साथ ही उनके बच्चों को आगे की पढ़ाई करने को कहा़ इसके पश्चात श्री ठाकुर गांव के लक्ष्मण सिंह के घर पहुंचे जहां पिछले दिनों लक्ष्मण सिंह की मौत हो गयी थी़ उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया और मृतक की पत्नी को आर्थिक सहयोग किया़ श्री ठाकुर रंका प्रखंड के शेराशाम सहित अन्य गांव भी गये जहां कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और उन्होंने कार्यकर्ताओं से मिलकर संगठन को मजबूत करने और लोगों की मदद करने को कहा़ इस मौके पर झामुमो के जिलाध्यक्ष विनोद तिवारी, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के केंद्रीय उपाध्यक्ष नसीम अख्तर,युवा जिलाध्यक्ष नितेश कुमार सिंह, तनवीर आलम, आशीष कुमार गुप्ता, अहमद, सिंकु सिंह, कार्तिक पांडेय, दिलदार, जनार्दन सिंह, बटेश्वर सिंह, द्वारिका, अंबिका सोनी, योगेंद्र यादव सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे़
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गरीबी नहीं , गरीबों को मिटाना चाहती है सरकार
गढ़वा: राज्य सरकार ने राज्य से गरीबी नहीं गरीबों को ही समाप्त करना चाहती है, प्रदेश में अफसरशाही हावी है गरीबों को उनका हक व अधिकार उन्हें नहीं मिल रहा है़ उक्त बातें झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह पूर्व प्रत्याशी मिथिलेश कुमार ठाकुर ने बुधवार को रंका प्रखंड के सेमराखांड गांव में आदिम जनजाति महिला […]
गढ़वा: राज्य सरकार ने राज्य से गरीबी नहीं गरीबों को ही समाप्त करना चाहती है, प्रदेश में अफसरशाही हावी है गरीबों को उनका हक व अधिकार उन्हें नहीं मिल रहा है़ उक्त बातें झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह पूर्व प्रत्याशी मिथिलेश कुमार ठाकुर ने बुधवार को रंका प्रखंड के सेमराखांड गांव में आदिम जनजाति महिला ललिता कुंवर की कथित रूप से भूख से हुई मौत के बाद परिजनों से मिलने के दौरान कही़ उन्होंने कहा कि राज्य में भूख से हो रही मौत राज्य सरकार के लिए शर्मनाक है़ उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों से कहा कि वे अपने हक व अधिकारों के लिए सजग रहें, और संगठित होकर लड़ें, तभी उनका हक उन्हें मिलेगा़.
श्री ठाकुर ने कहा कि बिचौलियों द्वारा की जा रही मनमानी का ग्रामीण पुरजोर विरोध करें और बिचौलियों को सबक सिखाये़ं उन्होंने कहा कि ऐसी सरकार से उम्मीद रखना बेकार है़, यह सरकार गरीब विरोधी है़ उन्होंने कहा कि ग्रामीण संगठित होकर आंदोलन करें जरूरत पड़ी तो झामुमो उनके साथ गांव से लेकर जिला मुख्यालय तक आंदोलन में साथ देगा़.
ग्रामीणों ने कहा कि डीलर द्वारा उन्हें समय पर राशन नहीं दिया जाता तथा निर्धारित से कम अनाज में मिलता है़ ग्रामीणों ने शिकायत किया कि चार माह के बाद उन्हें इस बार पांच किलो की जगह चार किलो अनाज ही मिला है़ उन्होंने कहा कि वह अपने स्तर से अधिकारियों से मिलकर उनकी समस्याओं का निदान करने का प्रयास करेंगे़ इस दौरान उन्होंने ललिता कुंवर के बच्चों को 50 किलो चावल 50 किलो आलू 10 किलो दाल एवं नगद राशि सहयोग राशि के रूप में दी़ .
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