गिरफ्तार लोगों में अमरेश चौधरी पिता जमुना चौधरी, सीताराम चौधरी पिता बंशी चौधरी, छोटू चौधरी पिता नारायण चौधरी, अरूण चौधरी पिता नारायण चौधरी एवं धर्मेंद्र चौधरी पिता सुरेंद्र चौधरी सभी ग्राम- भिखही, थाना-डंडा के निवासी हैं. मो अर्शी ने बताया कि गोविंदपुर धनबाद के कार्यालय से एक प्रतिवेदन प्राप्त हुआ था, जिसमें विशेष इंडिया रिजर्व बटालियन दुमका एवं खूंटी के पुरुष एवं महिला आरक्षियों को जो वर्तमान में जैप-4 बोकारो एवं जैप-3 गोविंदपुर में प्रशिक्षणरत हैं, उनके परिजनों से मोबाइल द्वारा चार लाख रुपये एवं संगठन के लिये एक लड़का एवं एक लड़की की मांग की गयी थी़ इस मामले को लेकर पांच अक्तूबर को रंका थाना में कांड संख्या- 27/17 के तहत मामला दर्ज किया गया था़ इसके पश्चात अनुसंधानकर्ता सह रंका थाना प्रभारी के द्वारा तकनीकी सेल की मदद से एक ही दिन में घटना का उदभेदन करते हुए सभी अारोपियों को गिरफ्तार किया गया़ एसपी ने बताया कि जेपीसी उग्रवादी संगठन के कमांडर कुलदीप चौधरी की हत्या ढाई वर्ष पूर्व करसो में कर दी गयी थी़.
उसकी हत्या के पश्चात गढ़वा जिले में जेपीसी संगठन मृतप्राय हो गया था़, जिसे पुनर्जीवित करने का कार्य अमरेश चौधरी एवं सीताराम चौधरी द्वारा किया जा रहा था़ इसके लिये लेवी के रूप में पैसे उगाहने का प्रयास करने के मामले में उक्त लोगों ने आदिम जनजाति के लड़के एवं लड़कियों की आरक्षित कोटे के तहत की गयी बहाली के बाद उनके परिजनों से चार-चार लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी़ नहीं देने पर मोबाइल से धमकी दी जा रही थी़ उन्होंने बताया कि अमरेश चौधरी पूर्व में भी उग्रवादी मामले में जेल जा चुका है़ प्रेसवार्ता में रंका के थाना प्रभारी भी उपस्थित थे़.