इस भाईचारे व एकता को लोग आगे भी याद रखेंगे और इसी तरह मिलजुलकर एक-दूसरे के त्योहारों में शामिल होते रहेंगे़ एसपी ने कहा कि यह त्योहार बधाई देनेवाला तो नहीं है, बल्कि हजरत इमाम के शहादत को याद करने का है़ पूर्व विधायक गिरिनाथ सिंह ने कहा कि यह त्योहार हमें त्याग व बलिदान की सीख देती है़ हमें हजरत इमाम के शहादत को बेकार नहीं जाने देना है़ भाजपा नेता अलखनाथ पांडेय ने कहा कि हजरत इमाम हसन हुसैन असत्य के आगे नहीं झुके, बल्कि उन्होंने सत्य के लिए अपनी जान दी़ हम सभी को उनकी शहादत से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है़ समाजसेवी डॉ एम यासीन अंसारी ने कहा कि हजरत इमाम हसन हुसैन के पास सिर्फ बहत्तर सिपाही थे और यजीद के पास 22 हजार इसके बावजूद हजरत इमाम हसन हुसैन यजीद के आगे नहीं झुके़ पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष अनिता दत्त ने कहा कि गढ़वा में आपसी एकता व भाईचारा की जड़ मजबूत है, इसे कोई भी ताकत हिला नहीं सकता है़.
नगर परिषद उपाध्यक्ष अनिल पांडेय ने कहा कि यह त्योहार त्याग व बलिदान को याद दिलाता है़ उन्होंने कहा कि हम सबों को आज सपथ लेना चाहिए कि यदि सच्चाई की लड़ाई के लिए हमें जान भी गवांनी पड़े, तो हमें हिचक नहीं होनी चाहिए. इस अवसर पर उपरोक्त लोगों के अलावा संतोष केशसरी, वार्ड पार्षद कमर सफदर, झाविमो जिलाध्यक्ष सूरज गुप्ता, समाजसेवी डॉ पतंजलि केशरी, बसपा नेता ताहीर अंसारी, विनोद जायसवाल, मुरली श्याम सोनी, नौसंमो के जिलाध्यक्ष बबलू पटवा आदि ने भी अपने. अपने विचार व्यक्त किये़ कार्यक्रम का संचालन मो जहांगीर आलम व लालमोहम्मद खान उर्फ नीलू खान ने किया़ इस अवसर पर उपरोक्त लोगों के अलावा अब्दुल खालीक कुरैशी, रमा सिन्हा, महमूद सीनियर, राजद नेता डॉ एमएन खान, मौलाना शकुर, छुन्नू कुरैशी, सेक्रेटरी मो रमजान हाशमी, इमरान, लाल मोहम्मद अंसारी, अब्दुल रशीद खलीफा, काबेद्दीन अंसारी, नूर मोहम्मद, साबीर सिद्दीकी, मो जफर, औरंगजेब सिद्दीकी, नेजाबुद्दीन अंसारी, सुजाअत अली, सरफराज खां, प्रिंस खां, जसमुद्दीन आलम, अखलाक अहमद, महफूज कुरैशी, मो शफी आलम, शमशीर फैयाज खां, इफ्तेखार खां, अफजल कुरैशी, शरीफ अब्बासी व इजहार अंसारी के अलावे रहबर वेलफेयर सोसाईटी के सदर वारीस अंसारी, नायब सदर मनान खलीफा, सेक्रेटरी इकबाल रंगसाज, नायब सेक्रेटरी एजाज अंसारी, खजांची आशिक रंगसाज, हाशीम अली, मासूम खान, डब्लूए शाहीद, शरीफ इरफान आदि उपस्थित थे़.