बंशीधर नगर: एनएच 75 का निर्माण कार्य विगत सात वर्षों से चल रहा है. पथ निर्माण कार्य में अलकतरा की मात्रा कम व घटिया किस्म की सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है. जिसके कारण एक तरफ सड़क बनता है व दूसरी तरफ टूटता जा रहा है. संवेदक जैसे तैसे सड़क निमार्ण का कार्य पूरा करना चाह रहा है. उक्त बातें पूर्व मंत्री सह झाविमो के केंद्रीय उपाध्यक्ष रामचंद्र केसरी ने रविवार को झाविमो कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कही.
उन्होंने कहा कि पड़वा मोड़ से मुड़ीसेमर, गढ़वा नगरउंटारी पथ निर्माण कार्य में संवेदक की लापरवाही को देखते हुए उच्च न्यायालय रांची में जनहित याचिका दायर किया गया था. संवेदक द्वारा इस पथ में 153 पुल पुलिया का निर्माण करना था, जिसमें सबसे पहले 125 पुल पुलिया बनाने के लिए गढ़ा खोद कर एक साथ छोड़ दिया, जिसके कारण हुए दुर्घटना में कई लोगों की मौत हो गयी व कई लोग विकलांग हो गए. 2011 में उन्होने जनहित याचिका दायर किया था, लेकिन संवेदक ने एक साजिश के तहत प्रेमचंद त्रिपाठी की जनहित याचिका मेरे जनहित याचिका को जोड़वा दिया. संवेदक को 2012 में ही कार्य पूरा करना था. पुन:
उन्होंने 2016 मे जनहित याचिका दायर किया. संवेदक ने इस माह में तीन सप्ताह का समय लिया है. उन्होंने कहा कि सड़क की स्थिति आज भी खराब है. प्रेसवार्ता मे सीताराम जायसवाल, कृष्णा विश्वकर्मा, नईम खलिफा, इद्रीस खान, अरविन्द कुमार सहित अन्य उपस्थित थे.