घाटशिला कॉलेज में रेगुलर क्लास नहीं करने वालों पर
घाटशिला : घाटशिला कॉलेज में पीजी पार्ट वन के रेगुलर क्लास नहीं करने वाले छात्र-छात्राओं के परीक्षा फार्म भरने पर बुधवार से रोक लगा दी गयी. प्रभारी प्राचार्य की अध्यक्षता में कॉलेज के शिक्षकों के साथ बैठक में यह निर्णय लिया गया.
कक्षाएं न करने वालों पर रोक
प्रभारी प्राचार्य डॉ शिव सागर पांडे का कहना है कि पीजी पार्ट वन में वैसे छात्र-छात्राओं के परीक्षा फार्म भरने पर रोक लगी है, जिन्होंने एक भी कक्षाएं नहीं की है. पीजी पार्ट वन के छात्र-छात्राओं ने अगर एक भी कक्षा की है, तो परीक्षा फार्म भरने पर रोक नहीं है.
प्रभारी प्राचार्य से मिले छात्र
बुधवार को कई छात्र-छात्राएं एचओडी द्वारा फार्म भरने से रोके जाने पर प्रभारी प्राचार्य के पास पहुंचे. मौके पर डॉ पांडे ने कहा कि वे परीक्षा फार्म के मसले पर कुछ नहीं कर सकते हैं, क्योंकि यह डिसीजन शिक्षकों की बैठक में ली गयी है. वे पॉलिसी डिसीजन से हट कर कोई काम नहीं कर सकते हैं.
पंजीयन में गड़बड़ी
घाटशिला कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के पंजीयन में भारी गड़बड़ी कोल्हान विश्वविद्यालय ने की है. किसी छात्र के टाइटल में हेंब्रम की जगह मार्डी और किसी छात्र का नाम चरण है, तो उसे चरम बनाया गया है. इससे छात्र-छात्राएं परेशान हैं और पंजीयन की फोटो कॉपी कर आवेदन के साथ संलग्न कर प्रभारी प्राचार्य के पास जमा कर रहे हैं, ताकि उनके नाम और टाइटल में सुधार कराया जा सके.
विद्यार्थी दौड़ रहे कॉलेज
कॉलेज में पीजी पार्ट टू के परीक्षा फार्म भरने की अंतिम तिथि विलंब शुल्क के साथ 18 मई तक थी, परंतु शिक्षकेतर कर्मचारियों के हड़ताल पर रहने से 22 मई को साढ़े 12 बजे तक विलंब शुल्क के साथ परीक्षा फार्म भरने की तिथि बढ़ायी गयी, परंतु अभी भी पीजी पार्ट टू के छात्र-छात्राएं परीक्षा फार्म भरने के लिए कॉलेज आ रहे हैं.
जिन्हें कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य आवेदन लिख कर कोल्हान विश्वविद्यालय जाने का अनुरोध कर रहे हैं, ताकि उन्हें विश्वविद्यालय से परीक्षा फार्म भरने का आदेश मिले, तो वे परीक्षा फार्म विलंब शुल्क के साथ भरवा सकें.
प्रश्न पत्र कॉलेज पहुंचा
27 मई से घाटशिला कॉलेज में स्नातक पार्ट थ्री की परीक्षा शुरू होगी. परीक्षा के मद्देनजर बुधवार को प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाओं का बंडल कॉलेज पहुंचा दिये गये है. लगभग तीन हजार से अधिक प्रश्न पत्र और कॉपी कॉपियों के बंडल कॉलेज में उतारे गये.