चाकुलिया : चाकुलिया की बर्डीकानपुर-कालापाथर पंचायत के नरसिंहपुर गांव में बुधवार को 108 एंबुलेंस के देरी से पहुंचने के कारण जन्म के कुछ देर बाद ही नवजात की मौत हो गयी. वहीं, बहरागोड़ा विधायक कुणाल षाड़ंगी ने स्वास्थ्य सचिव को मामले की जानकारी देकर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
जानकारी के अनुसार, नरसिंहपुर के सुभाष पातर की पत्नी मेनका पातर को बुधवार सुबह पांच बजे प्रसव पीड़ा शुरू हुई. परिजनों ने मेनका को सामुदायिक स्वास्थ्य ले जाने के लिए सहिया से एंबुलेंस बुलाने को कहा. सहिया के सूचना देने के लगभग एक घंटे बाद तक एंबुलेंस नहीं पहुंची. इस बीच मेनका का घर पर ही प्रसव हो गया. इसके बाद एंबुलेंस उसके घर पर पहुंची और जच्चा-बच्चा को सीएचसी ले गयी, जहां चिकित्सकों ने नवजात को मृत घोषित कर दिया.
केनाल से एंबुलेंस उतारने में लग गये 25 मिनट
एंबुलेंस के चालक सागर मंडल के अनुसार, सहिया ने उसे सुबह 7:48 बजे सूचना दी. इस सूचना पर वह सुबह 8:35 बजे एंबुलेंस लेकर नरसिंहपुर स्थित केनाल पहुंच गया था. लेकिन, केनाल के पास एप्रोच रोड खराब होने के कारण घर तक जाने के लिए केनाल से नीचे एंबुलेंस उतारने में परेशानी हो रही थी. इसके बाद उसने सहिया को स्ट्रेचर पर जच्चा-बच्चा को लाने को कहा. सहिया ने इसमें असमर्थता जतायी. फिर वह किसी तरह केनाल से एंबुलेंस नीचे उतार कर लगभग नौ बजे सुभाष पातर के घर पहुंचा और जच्चा-बच्चा को लेकर अस्पताल आया.मैंने स्वास्थ्य सचिव निधि खरे से दूरभाष पर इसकी जानकारी दी. यह लापरवाही का परिणाम है. मामले की उच्चस्तरीय जांच हो.
कुणाल षाड़ंगी, विधायक, बहरागोड़ा
मैंने तुरंत 108 एंबुलेंस को सूचना दे दी थी. परंतु एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची.
हेमंती पातर, सहिया