तैयारी. प्रात:काल तीन बजे से शुरू हो जायेगी पूजा-अर्चना, लगेगा भव्य मेला
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सुखजोड़ा में आज उमड़ेगी भक्तों की भीड़
तैयारी. प्रात:काल तीन बजे से शुरू हो जायेगी पूजा-अर्चना, लगेगा भव्य मेला अटूट आस्था और विश्वास का केंद्र है नाग मंदिर एक पखवारे तक होती है नाग बाबा की अाराधना नोनीहाट : दुमका जिला अंतर्गत जरमुंडी प्रखंड के नाेनीहाट का सुखजोड़ा नाग मंदिर भक्तों के अटूट आस्था और विश्वास का स्थान है. यही वजह है […]
अटूट आस्था और विश्वास का केंद्र है नाग मंदिर
एक पखवारे तक होती है नाग बाबा की अाराधना
नोनीहाट : दुमका जिला अंतर्गत जरमुंडी प्रखंड के नाेनीहाट का सुखजोड़ा नाग मंदिर भक्तों के अटूट आस्था और विश्वास का स्थान है. यही वजह है कि यहां प्रत्येक वर्ष जून और जुलाई महीने में केवल नोनीहाट और जरमुंडी व उसके आसपास ही नहीं. बल्कि दुमका, देवघर सहित इसके आसपास के इलाके से हजारों की संख्या में लोग पूजा अर्चना को पहुंचते हैं और परिवार के सुख शांति की कामना करते हैं. लोगों में यहां के नाग बाबा को लेकर अटूट विश्वास है और उनका मानना है कि यहां जो भी सच्चे मन से मांगा जाय वह जरूर पूरा होता है.
प्रत्येक वर्ष यहां 15 दिनों तक नाग बाबा का पूरे विधिविधान और अनुष्ठानपूर्वक पूजा अर्चना की जाती है और अंतिम दिन समापन पर बलि चढ़ाई जाती है. साथ ही भव्य मेला भी लगता है. गुरुवार को यहां भव्य मेला का आयोजन किया जायेगा, जिसे लेकर सारी तैयारियां भी पूरी कर ली गयी है. इस अवसर पर प्रात:काल से पूजा अर्चना शुरू हो जायेगी. जिसमें नाग बाबा को भूरा मिठाई, धान, जनेउ, बेलपत्र व फूल आदि को एक डलिया में भरकर प्रसाद चढ़ाये जाते हैं.
इसी बीच भक्त बाबा की अराधना करते हैं और मन्नत मांगते हैं. जिसके पूर्ण होने पर वे प्रसाद और बलि चढ़ाते हैं. इस मंदिर में अज्ञात धातु से निर्मित विग्रह की पूजा होती है और इन पंद्रह दिनों में बाबा के पूजा की शुरुआत पनढार से होती है, जिसमें विग्रह का जलाभिषेक किया जाता है. मान्यता है कि इस अभिषेक से प्राप्त जल किसी सर्पदंश के लिए अमृत साबित होता है और उसे जीवनदान मिल जाता है.
सुरक्षा के रहेंगे पुख्ता इंतजाम, तैनात रहेंगे 50 सुरक्षा बल
गुरुवार को जहां मंदिर में पूजा अर्चना के लिए प्रात:काल से ही भक्तों की भीड़ लगी रहेगी. इधर समापन के अवसर पर भव्य मेला भी लगेगा. मेला कमेटी इस वर्ष हजारों की संख्या में भक्तों के जुटने का आकलन कर रहे हैं. जिसे लेकर मेला और मंदिर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं.
इधर विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए जिला प्रशासन द्वारा मेला में 50 सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है. मेला आयोजक राम जीवन मांझी ने बताया कि गुरुवार को नागबाबा का पूजन प्रात:काल 3 बजे शुरू हो जायेगा. जबकि बलि अनुष्ठान सुबह 9 बजे से होगा. मंदिर में पंडा राजेन्द्र मांझी, जय प्रकाश मांझी और मंडप में पंडा नंदराम कुंवर व पंडा परिवार के सदस्य श्रद्धालुओं को दर्शन पूजन में सहयोग करेंगे. जबकि नाग मंडप के पास आंगनबाड़ी भवन में पुलिस कैंप करेगी.
पुल के दोनों छोर पर ठहरेंगे वाहन
मेला में विधि व्यवस्था को बनाये रखने के लिए पुलिस प्रशासन और ग्रामीणों के बीच एक बैठक भी हुई. जिसमें सुरक्षा से संबंधित कई मुद्दों पर चरचा की गई और निर्णय लिया गया कि मेला में आने वाले वाहन धौबे नदी के पुल पर ठहरेंगे. इसके लिए बेरियर भी बनाया गया है. श्री मांझी ने बताया कि तीन पहिया और चार पहिया वाहन धौबे नदी पुल के दोनों छोर पर यानी एक छोर पर बासुकिनाथ की ओर से आने वाले वाहन और दूसरी छोर पर अन्य जगहों से आने वाले वाहन ठहरेंगे.
आम रहेगा मुख्य आकर्षण का केंद्र
नाग बाबा के पूजा पर आयोजित होने वाले मेले में लोगों के बीच फलों का राजा आम मुख्य आकर्षण का केंद्र होगा. इस एक दिवसीय मेले में बिक्री के लिए दस एलपी ट्रकों में भरकर आम सुखजोरा पहुंच चुके हैं.
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