दुमका : नक्सली काठीकुंड के अमतल्ला गांव में नक्सली वारदात को अंजाम देकर जंगल और पहाड़ी रास्तों से पड़ोसी जिले गोड्डा या फिर शिकारीपाड़ा होते हुए पश्चिम बंगाल की ओर भाग सकते हैं.
घटनास्थल के समीप से इन दोनों इलाकों से नक्सली भली-भांति परिचित हैं और इन्हीं कॉरीडोर का इस्तेमाल वे इस इलाके में आने-जाने के लिए करते हैं. अमतल्ला (घटनास्थल) से तालपहाड़ी, बड़ा सरुवापानी, नारगंज, बड़ा सिमलपहाड़ी, सिलठा-बी, सांपडहर, दामोडीह के बाद बासनोइ नदी पार कर नक्सली सुंदरपहाड़ी (गोड्डा) की ओर जा सकते हैं.
दूसरी संभावना है कि नक्सली जमनी, सालदाहा, मोहनपुर, गुमरो नदी पार कर मसनिया, झिकरा होते हुए शिकारीपाड़ा के चायपानी जंगल की ओर या फिर उससे आगे बढ़ कर पश्चिम बंगाल की सीमा में प्रवेश कर सकते हैं.