एसपी कॉलेज हॉस्टल में छात्रा के साथ अमानवीय व्यवहार का मामला
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15 दिन बाद पीड़िता का न्यायालय में बयान दर्ज
एसपी कॉलेज हॉस्टल में छात्रा के साथ अमानवीय व्यवहार का मामला दुमका : एसपी महिला कॉलेज में डी-वन की एक छात्रा को मोबाइल चोरी के आरोप में पीटे जाने, उसे हॉस्टल में बंधक बनाये जाने तथा उसके साथ अमानवीय हरकत कर उसकी नग्न तस्वीर को वायरल करने के मामले में पूरे एक पखवारे गुजरने के […]
दुमका : एसपी महिला कॉलेज में डी-वन की एक छात्रा को मोबाइल चोरी के आरोप में पीटे जाने, उसे हॉस्टल में बंधक बनाये जाने तथा उसके साथ अमानवीय हरकत कर उसकी नग्न तस्वीर को वायरल करने के मामले में पूरे एक पखवारे गुजरने के बाद बुधवार को पुलिस ने प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी मनीष कुमार मिश्रा की अदालत में पीड़ित छात्रा का बयान दर्ज कराया है. महिला थाना की प्रभारी पूनम टोप्पो पीड़ित छात्रा को लेकर कोर्ट पहुंची थी. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के आदेश पर न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया गया.
स्वेच्छा से दिए गए बयान में छात्रा ने पूरी घटना के लिए हॉस्टल की सात छात्राओं और फोटो वायरल करने वाले दो छात्र को ही पूरी तरह से कसूरवार ठहराया है. छात्रा ने वार्डन के खिलाफ कुछ नहीं कहा. पुलिस इस प्रकरण में अबतक चार छात्राओं और दोषी दो युवकों को जेल भेज चुकी है, जबकि तीन आरोपी छात्रा अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं.
दी गयी थी निर्वस्त्र घुमाने की धमकी : पीड़ित छात्रा ने बताया कि 1 अगस्त को जब वह अपने गांव जाने के लिए बस स्टैंड में घर जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी, तब हास्टल की छात्रायें जियामुनि व लतिका वहां आयी और मोबाइल चोरी का आरोप लगाकर उसे हास्टल ले गयी. वहां पर पहले उसे प्रताड़ित किया गया. दूसरे दिन सुबह 9 बजे हास्टल की छात्राओं में से भवानी, बेबी, अंजली व सुहागिनी ने उसे निर्वस्त्र करने के लिए मजबूर किया.
15 दिन बाद पीड़िता का…
निर्वस्त्र करने के बाद जियामुनि और सुनीता ने उसके साथ मारपीट की. वे कह रहीं थी कि वह चोरी की बात स्वीकार कर ले, नहीं तो उसे ऐसी ही हालत में बस स्टैंड से लेकर विवि तक निर्वस्त्र ही घुमाया जाएगा. ऐसे में उसने मजबूरन गुनाह स्वीकार कर ली.
एक छात्रा ने उतारी थी तस्वीर
पीड़िता ने बताया कि इन सात में से एक छात्रा ने उसकी नग्न तस्वीर उतार ली थी. उसे अपने दोस्त सुनीलाल व मलीन को भेज दिया था. उन दोनों ने ही उसकी तस्वीर को वायरल कर दिया. उसके बाद कालेज में बैठक की गयी थी और अभिभावकों को बुलवाकर उसपर 18600 रुपये का जुर्माना लगाया गया था. अभिभावकों ने 25 अगस्त तक सारा पैसा जमा करने की बात कही थी.
वार्डन ने अब तक खाली नहीं किया आवास
मामले में वार्डन अंजु मुर्मू को महाविद्यालय प्रशासन ने छात्रावास अधीक्षिका के आवास को खाली करने का आदेश दिया गया था. इसके लिए उसे नोटिस भी थमायी गयी थी. नोटिस के बावजूद उसने आवास को खाली नहीं किया है. उसने कॉलेज को एक पत्र देकर इसके लिए समय मांगा है और दलील दी है कि उसे अश्रभी किराये का मकान नही मिला है, इसलिए वह इस आवास को खाली नहीं कर सकी है. उल्लेखनीय है कि घटना के बाद जिला प्रशासन द्वारा गठित जांच समिति द्वारा जो रिपोर्ट दिये जाने की बात सामने आयी थी, उसमें घटना के लिए वार्डन को भी दोषी बताया गया था. कहा गया था कि वार्डन इस घटना के बारे में शुरू से लेकर अंत तक सबकुछ जानते हुए भी कालेज प्रबंधन व पुलिस या फिर विवि प्रबंधन को जानकारी नहीं दी थी.
जिला प्रशासन का भी मिला पत्र: इधर बुधवार को सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय को एसपी महिला कॉलेज छात्रावास प्रकरण में जिले के उपायुक्त का एक पत्र प्राप्त हुआ है. माना जा रहा है कि यह पत्र प्रशासन द्वारा गठित जांच कमिटि की रिपोर्ट आदि से ही जुड़ा हुआ है. पत्र को गोपनीय बताते हुए मामले में विवि के अधिकारी कुछ भी कहने से परहेज करते रहे.
दुमका
सात छात्रा व दो छात्रों को पूरे प्रकरण के लिए ठहराया दोषी
दोष स्वीकार करने के लिए किया गया था मजबूर
पूरे प्रकरण में चार छात्राओं के अलावा दो युवक भेज जा चुके हैं जेल
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