दुमका : महिला कोषांग की बैठक महिला थाना में रविवार को संपन्न हुई, जिसकी अध्यक्षता महिला थाना प्रभारी कन्हैया दास ने की. बैठक में सात मामले सुनवाई के लिए रखे गये थे, हालांकि पक्षकारों के नहीं आने की वजह से तीन मामले की सुनवाई नहीं हो सकी. अन्य चार मामलों में पति-पत्नी के बीच समझौता करा दिया गया और वे थाने से ही राजी-खुशी विदा हुए.
जरमुंडी-चमरा बहियार की हफीजा बीबी ने अपने पति कुंडा, देवघर निवासी इकबाल अंसारी पर दहेज के लिए मारपीट करने का आरोप लगाते हुए कोषांग में न्याय की गुहार लगायी थी. कोषांग ने दोनों पक्षों की बात सुनी और काउंसलिग की. जिससे दोनों पक्ष एक साथ रहने को राजी हो गये. पीड़िता हफीजा को एक पुत्र भी है. दोनों राजी-खुशी थाने से विदा हुये. वहीं गरियापानी, गोपीकांदर की सुशीला किस्कू ने अपने पति फ्रांसिस मरांडी पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था और शिकायत दर्ज करायी थी. जबकि आमगाछी, काठीकुंड की मिनी मुमरू ने अपने पति बबलू मरांडी पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था. मिनी और बबलू को कोषांग के सदस्यों ने एक माह का समय दिया और अगली तिथि में आने को कहा.
गंध्रकपुर, शिकारीपाड़ा की प्रेमलता देवी ने अपने पति भवेश मांझी पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए कोषांग के समक्ष आवेदन दिया था. दोनों पक्षों के दलील को सुनने के बाद कोषांग के सदस्य ने निर्देश दिया कि वे एक माह तक ठीक से रह कर पुन: कोषांग के समक्ष आये. महिला कोषांग की बैठक में सदस्य डॉ बबीता कुमारी अग्रवाल, वीणा सिंह व शैलेन्द्र सिन्हा उपस्थित थे.