बेकारबांध स्थित नवजीवन क्लिनिक को जल एवं प्रदूषण क्लियरेंस कराना है. क्लिनिक की ओर से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में आवेदन दिया गया है. क्लिनिक के कंपाउंडर इंद्र नारायण महतो बोर्ड ऑफिस में गये तो सहायक वैज्ञानिक ने पांच हजार रुपये की मांग की. पैसे नहीं देने पर फाइल नहीं बढ़ा रहे थे. दो वर्ष के एनओसी के लिए कंपाउंडर से सात हजार रुपये की मांग की जा रही थी.
कंपाउंडर ने पांच हजार रुपये में सौदा किया. इधर मामले की शिकायत एसीबी में कर दी. एसीबी ने छानबीन में सहायक वैज्ञानिक पर लगे आरोप को सत्य पाया. मामले में एसीबी थाना में केस दर्ज किया गया. डीएसपी-सह-एसीबी थानेदार विनोद रवानी के नेतृत्व में टीम प्रदूषण बोर्ड के दफ्तर पहुंची व घूस लेते मनोज को रंगेहाथ धर दबोचा.