धनबाद: कॉलेजों को ग्रांट देने के मामले में यूजीसी के कड़े तेवर के आलोक में विभावि ने अपने कॉलेजों की स्थिति सुधार की कवायद शुरू कर दी है. निर्णय लिया गया है कि अब जैसी-तैसी परिस्थितियों में कॉलेजों का संचालन नहीं होगा.
किसी कॉलेज में शिक्षक व शिक्षकेत्तर की कमी तो कहीं आवश्यकता से अधिक को संतुलित करने के लिए कॉलेजों से स्टेटस रिपोर्ट मांगी गयी है.
विभावि के तमाम अंगीभूत कॉलेजों में इस आशय का पत्र मिल चुका है. इसकी पुष्टि पीके राय कॉलेज के डॉ एसकेएल दास तथा एसएसएलएनटी महिला कॉलेज की प्राचार्या डॉ किरण सिंह ने की है. क्या है स्थिति : अधिकांश कॉलेजों में विषय वार शिक्षक की कमी है. कई कॉलेजों की स्थिति तो यह है कि बिना शिक्षक के ही विभाग चल रहा है. ऐसे में इन कॉलेजों को यूजीसी की गाइड लाइन के अनुरूप नैक की कसौटी उतारना संभव नहीं है. स्थिति नहीं सुधरी तो उक्त कॉलेजों में कहीं यूजीसी का ग्रांट बंद न हो जाये, इसको लेकर विश्वविद्यालय बेचैन है.