धनबाद : बैंक मोड़ शास्त्री नगर से पकड़े गये विकास राज और धनंजय कुमार फर्जीवाड़ा कर जन वितरण प्रणाली की दुकानों से राशन लेकर बेचने की योजना बना रहे थे. एसओजी ने रविवार को दोनों को पकड़ा था. सोमवार को डीएसपी (लॉ एंड आर्डर) डीएन बंका ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जन वितरण प्रणाली में लोगों का राशन कार्ड आधार कार्ड के नंबर से जोड़ना रहता है. इसके दो तरीके हैं. एक बायोमीट्रिक और दूसरा ओटीपी. बायोमीट्रिक में अंगूठे का निशान लेकर राशन दिया जाता है. वहीं ओटीपी में मोबाइल पर एक पासवर्ड भेजा जाता है जिसके जरिये लोगों को राशन प्रदान किया जाता है.
आरोपी विकास ने 288 लोगों के आधार कार्ड की कॉपी लेकर उन्हें लिंक में जोड़ने की बात कही. उसके बाद मोबाइल दुकान से करीब 250 सिम भी खरीद लिये ताकि दूसरे लोगों का पासवर्ड इनके पास आये और ये दूसरे के नाम पर राशन उठा सकें. विकास शोषित महिला नामक एक सरकारी दुकान में काम करता था. विकास को इस बात की पूरी जानकारी थी कि किस तरह से राशन दुकान में जन वितरण प्रणाली के नाम पर फर्जीवाड़ा किया जा सकता है. पुलिस के अनुसार विकास ने ही लोगों का आधार कार्ड का इंतजाम किया था. धनंजय ने सिम दिलवाने का जिम्मा लिया था. इस बाबत दोनों लड़कों ने बरटांड़ से सिम कार्ड खरीद अपराध करने की योजना बना ली थी. डीएसपी ने आशंका जतायी है कि ये लोग साइबर अपराध की घटना में भी शामिल हो सकते हैं. दोनों को जेल भेजने की तैयारी है.