सिंदरी की चोरी में सतीश व कल्लू की संलिप्तता
धनबाद : सुदामडीह थाना क्षेत्र के पाथरडीह व बरोरा थाना में क्षेत्र में हुई डकैती का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. डकैती में शामिल क्रिमिनल सतीश वर्मा उर्फ सतीश सोनार व कल्लू अंसारी (भूली आजाद नगर) को गिरफ्तार किया गया है. सतीश के पास से चमड़ा का जूता व कल्लू के पास से चांदी के पायल व बिछिया बरामद हुई है. डकैती के दौरान आभूषण व जूता गृहस्वामी के घर से लिया गया था. सतीश व कल्लू ने गिरोह में शामिल अपने 15 अन्य सहयोगियों के नाम व ठिकाना बताये हैं, जिनकी खोज में पुलिस छामामारी कर रही है.
एसएसपी मनोज रतन चोथे ने मंगलवार को पुलिस कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी. मौके पर सिंदरी डीएसपी विकास कुमार पांडेय, जोड़ापोखर सर्किल इंस्पेक्टर उपेंद्र नाथ राय व सुदामडीह थानेदार उमेश प्रसाद मौजूद थे. एसएसपी ने बताया कि सतीश ही गैंग का सरगना है. कल्लू व सतीश सिंदरी में पिछले 17 अक्तूबर की रात हुई चोरी में भी शामिल था. दोनों ने पााथरडीह में डकैती की थी. इससे पूर्व गिरोह ने बरोरा में 27 सितंबर की रात दो जगहों पर डकैती की घटना को अंजाम दिया था. सतीश हरिहरपुर व भूली थाना के चोरी कांड में जेल की हवा खा चुका है.
कल्लू हरिहरपुर के चोरी मामले में जेल गया था. सतीश चोरी व डकैती में हाथ लगे सोना-चांदी को तत्काल गला देता है. वह सोनार है व आभूषण का काम भी करता है. इसी के साथ ही पुलिस ने तीन डकैती व एक चोरी कांड का खुलासा कर लिया है. सतीश की गोधर में सोना-चांदी की दुकान है.
स्कैच से हुई सतीश की पहचान : सुदामडीह में डकैती के बाद पुलिस ने गृहस्वामी से पूछताछ के बाद हुलिया व उम्र के आधार पर एक स्कैच बनाया. एसएसपी ने स्कैच थानेदारों व पुलिस अफसरों के वाट्सएप पर भेजकर क्रिमिनलों की सूची में पहचान को कहा गया. इससे सतीश का हुलिया मिला. सतीश की निशानदेही पर कल्लू को पकड़ा गया.