धनबाद/निरसाः एनएच को सिक्स लेन करने के दौरान इसे बरवा से डायवर्ट कर सीधे मैथन में मिलाने का प्रस्ताव एनएचएआइ के चेयरमैन को भेजने पर सहमति बनी. यह सहमति डीसी प्रशांत कुमार के साथ धनबाद समाहराणालय में मंगलवार को हुई बैठक में बनी. बैठक में एनएचएआइ, इसीएल के अधिकारियों के अलावा विधायक अरूप चटर्जी व निरसा नागरिक समिति के सदस्य भी मौजूद थे.
चार हजार करोड़ से अधिक का कोयला : श्री चटर्जी ने बताया कि वार्ता में इसीएल अधिकारियों ने अपना पक्ष रखा. उनके रखे पक्ष से यह बात सामने आयी कि वर्तमान एनएच के आसपास 4000 करोड़ से अधिक का कोयला है, जबकि डायवर्सन में सिर्फ 250 करोड़ खर्च आयेगा. इस तरह राष्ट्रीय हित में एनएच का डायवर्सन आवश्यक है. डायवर्सन की रूपरेखा जो तय की गयी, वह कोल बेयरिंग एरिया के बाहर है. इसके अलावा इसीएल ने सड़क की सुरक्षा को देखते हुए भी डायवर्सन की बात कही.
संभावना व्यक्त की गयी कि सड़क कोयला खनन के कारण असुरक्षित हो सकती है. तीसरा तर्क यह था कि एनएच किनारे माड़मा के पास भूमिगत आग लगी हुई है, जिससे सड़क पर खतरा उत्पन्न हो सकता है. कहा कि सभी तर्को पर विचार के बाद प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया गया. प्रस्ताव की कॉपी कोल इंडिया को भी भेजी जायेगी.