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धीरज फ्रांसिस मौत मामला: कहां है धीरज का मोबाइल, लैपटॉप व सीसीटीवी कैमरे का फुटेज?

धनबाद : तोपचांची के साहू बहियार स्थित संत थॉमस उच्च विद्यालय के प्रबंध निदेशक 35 वर्षीय धीरज फ्रांसिस ने 21 जुलाई, 2014 की रात अपने मोबाइल फोन से अंतिम कॉल कब और किसे किया था? साथ ही धीरज फ्रांसिस के मोबाइल पर 21 जुलाई, 2014 की रात अंतिम कॉल कब और किसका आया था? धीरज […]

धनबाद : तोपचांची के साहू बहियार स्थित संत थॉमस उच्च विद्यालय के प्रबंध निदेशक 35 वर्षीय धीरज फ्रांसिस ने 21 जुलाई, 2014 की रात अपने मोबाइल फोन से अंतिम कॉल कब और किसे किया था? साथ ही धीरज फ्रांसिस के मोबाइल पर 21 जुलाई, 2014 की रात अंतिम कॉल कब और किसका आया था? धीरज फ्रांसिस का मोबाइल कहां है? धीरज फ्रांसिस का लैपटॉप कहां है? संत थॉमस उच्च विद्यालय और उसके हॉस्टल में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ था.

21 जुलाई, 2014 की रात और 22 जुलाई, 2014 की सुबह के बीच में धीरज फ्रांसिस के कमरे में कौन-कौन गया था? यह जानकारी सीसीटीवी कैमरा के फुटेज से मिल सकती है. तो सीसीटीवी कैमरा का फुटेज कहां है? जी हां, ऐसे दर्जनों सवाल हैं, जो धीरज फ्रांसिस के बड़े भाई राजेश रेफायल फ्रांसिस, बड़े भाई चंद्रशेखर फ्रांसिस और बड़ी बहन विनीता फ्रांसिस एक्का को परेशान कर रहे हैं. इन सवालों में धीरज फ्रांसिस की मौत का रहस्य छुपा हुआ है.
सामान्य मौत नहीं, हत्या हुई है
: धीरज फ्रांसिस के बड़े भाई राजेश रेफायल फ्रांसिस कहते हैं- ‘‘हमलोग बार-बार सीसीटीवी कैमरा का फुटेज मांग रहे हैं, मगर आज तक नहीं मिल सका है. धीरज का मोबाइल डिटेल्स व लैपटॉप भी गायब कर दिया गया है. यदि सब कुछ सही है और धीरज की मौत सामान्य तरीके से हुई है, तो फिर लुका-छिपी का खेल क्यों चल रहा है? 22.07.14 की रात 12 बजे, जिस समय धीरज का मृत शरीर मोहलबनी स्थित रोज विला में रखा हुआ था और परिवार के सभी लोग रोज विला में थे, उस समय धीरज के कमरा की सफाई क्यों करायी गयी? 21 जुलाई, 2014 की रात एकदम सामान्य स्थिति में अपने कमरे में सोने गया था.
22 जुलाई की सुबह अनजान स्थिति में मृत पाया गया. यह भी जानकारी मिली है कि मृत्यु के पूर्व रात में नौ बजे आनंद ठाकुर ने धीरज को इंजेक्शन दिया था. वह कैसे इंजेक्शन था? क्यों इंजेक्शन दिया गया? यदि धीरज की तबीयत खराब थी, तो उसे तत्काल किसी अच्छे डॉक्टर से क्यों नहीं दिखाया गया? ऐसे सवालों की लंबी कड़ी है, जिससे यह स्पष्ट है कि धीरज की मौत सामान्य मौत नहीं, बल्कि साजिश के तहत की गयी हत्या है.’’
चल रही पुलिस जांच
यहां बता दें कि धीरज फ्रांसिस के बड़े भाई राजेश रेफायल फ्रांसिस की ओर से किये गये सीपी केस के आधार पर तोपचांची थाना की पुलिस ने बीते तीन फरवरी, 2016 को कांड संख्या 16/2016, धारा 304, 467, 468, 406, 420, 120 (बी), 34 भादवि के तहत प्राथमिकी दर्ज की. राजेश रेफायल फ्रांसिस की ओर से दर्ज केस में संदीप आरडे, शिवा फ्रांसिस, रेवा फ्रांसिस, श्यामली, आनंद ठाकुर, ड्राईवर पप्पू ओझा,
प्रदीप श्रीवास्तव, एचडीएफसी बैंक मोड़ शाखा के प्रबंधक, सेंट्रल बैंक की ब्रह्माडीहा शाखा के प्रबंधक नामजद हैं. केस के अनुसंधानर्कता एसआइ बेनिफास लकड़ा हैं. केस में धोखाधड़ी, जालसाजी व मौत मामले में पुलिस नामजदों की संलिप्ता की साक्ष्य जुटा रही है. कई लोगों के बयान दर्ज कर पुलिस बैंक खाता व रिकार्ड की छानबीन करेगी. अनुसंधानकर्ता कांड में वादी पक्ष की ओर से उपलब्ध साक्ष्यों की जांच कर अभियुक्त पक्ष पर लगे आरोपों का सत्यापन कर रहे हैं. प्रारंभिक जांच में पुलिस को नामजद पक्ष के खिलाफ कुछ साक्ष्य मिले हैं. तोपचांची इंस्पेक्टर मामले में सुपरविजन देंगे.

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