एमसीआइ की जांच टीम ने जो कमियां पायी थीं, पीएमसीएच प्रबंधन ने उसे बहुत हद तक पूरा करने का प्रयास किया है. इसीलिए उस पर मान्यता का जो खतरा मंडरा रहा था, वह टल गया है.
एमबीबीएस की 50 सीटों के लिए अब कोई परेशानी नहीं है. एक सौ सीटों के लिए पीएमसीएच को तीन माह का अतिरिक्त समय दिया गया है. इस दौरान कमियों को पूरा करना होगा.
धनबाद : पीएमसीएच में एमबीबीएस की 100 सीटों पर मान्यता को लेकर अक्सर उठने वाले सवाल पर विराम लग गया है. पीएमसीएच अपनी एमबीबीएस की 50 सीट बचाने में सफल रही है. एमसीआइ की गाइडलाइन के अनुसार कई कमियों को दूर कर दिया गया है. वहीं राज्य सरकार अब सौ सीटों के लिए पीएमसीएच को अतिरिक्त तीन माह का समय दिया है.
इस बाबत मंगलवार को रांची में हुई हाइकमान की बैठक की गयी. प्रधान सचिव के विद्यासागर ने पीएमसीएच धनबाद व एमजीएम जमशेदपुर में होने वाले कार्यों की समीक्षा की. दोनों कॉलेज से रिपोर्ट ली गयी. रिपोर्ट को केंद्रीय (स्वास्थ्य मंत्रालय) को भेजा जायेगा. वहां केंद्र सरकार एमसीआइ को रिपोर्ट सौंपेगी. बैठक में एमजीएम व पीएमसीएच के प्राचार्य व अधीक्षक मौजूद थे.
जो काम किये गये पूरे
शिक्षकों की कमी 40 से 27 प्रतिशत पहुंची
एसआर व जेआर के कई पद भरे गये
लेक्चरर थियेटर पूर्ण हुआ
लाइब्रेरियन व डिप्टी लाइब्रेरियन की नियुक्ति
इ लाइब्रेरी का काम अंतिम चरण पर
रेडिजेंट डॉक्टरों के लिए एकोमोडेशन की व्यवस्था
ओपीडी में सेंट्रल रजिस्ट्रेशन कार्यरत
अलग कैंसर डिटेक्शन सेंटर बना
दो रेडियोलाॅजी के पद भरे गये
11 मार्च को आयी थी टीम
पीएमसीएच में 50 सीटों की मान्यता को बरकरार रखने के लिए गत 11 मार्च को एमसीआइ की टीम आयी थी. इसमें कोलकाता से डॉ शांतनु सेन, नागपुर से डॉ प्रशांत धर्मे व हरियाणा से डॉ जेएस मलिक शामिल थे. टीम ने अपनी रिपोर्ट एमसीआइ को सौंपी थी. एमसीआइ ने मान्यता को लेकर नरमी बरती है.
एमसीआइ की जांच टीम ने जो कमियां पायी थीं, पीएमसीएच प्रबंधन ने उसे बहुत हद तक पूरा करने का प्रयास किया है. इसीलिए उस पर मान्यता का जो खतरा मंडरा रहा था, वह टल गया है. एमबीबीएस की 50 सीटों के लिए अब कोई परेशानी नहीं है. एक सौ सीटों के लिए पीएमसीएच को तीन माह का अतिरिक्त समय दिया गया है. इस दौरान कमियों को पूरा करना होगा.