लोदना : लोदना क्षेत्रीय कार्यालय सभागार में बुधवार को संयुक्त जन मोरचा व लोदना जीएम पी चंद्रा के बीच नौ सूत्री मांगों को लेकर वार्ता हुई. उसमें मोरचा नेताओं ने कहा कि प्रभावित लोगों का पुनर्वास नहीं होगा तो सुशी आउटसोर्सिंग को नहीं चलने देंगे. प्रबंधन पहले क्षेत्र के प्रभावित लोगों को झरिया प्रखंड के सुरक्षित स्थानों पर एक जगह स्थायी रूप से पुनर्वास करे. जीएम पी चंद्रा ने कहा कि सुशी आउटसोर्सिंग से बरारी कोलियरी को कोई खतरा नहीं होगी.
10 सीम तक ही कोयला निकाला जायेगा. केवल बागडिगी कोलियरी मुहल्ला प्रभावित होगा. वहां के लोगों के पुनर्वास के लिए डिगवाडीह कांटा घर व पाथरडीह कोलवाशरी का चयन किया गया है. स्थायी पुनर्वास कराना जेआरडीए का काम है. वार्ता में प्रबंधन की ओर से सुनील कुमार, एएन सिन्हा, प्रभात कुमार जबकि मोरचा नेताओं में रामसुमेर पासवान, सुरेश प्रसाद गुप्ता, सुरेश पासवान, बिहारी लाल चौहान, बीके तिवारी, मुनीलाल राम, विनोद पासवान, संजय चौहान, मो सलाउद्दीन आदि थे.