धनबाद: कोयलांचल के औद्योगिक वर्ग के साथ ही सामाजिक गतिविधियों में भी पैठ रखते हैं फ्यूज मैन्यूफैक्चर इंडस्ट्री के संचालक परेश चौहान. कोयलांचल में जन्म से ही रह रहे हैं. फिलवक्त अपने परिवार के साथ पॉलिटेक्निक रोड में रहते हैं.
वर्ष 2013 का सफर इनके लिए कैसा रहा, उन्होंने जो सपने देखे थे, वो पूरे हुए या नहीं आइए डालते हैं इनके सपनों पर एक नजर : वह कहते हैं मेरे परिवार के लिए गुजरता वर्ष बहुत शुभ रहा. मेरी बेटी की सगाई इतने अच्छे घर में हुई जो सोचा भी नहीं था. घर के सभी सदस्यों ने हंसी खुशी में गुजारा यह साल. जलाराम बप्पा से यही विनती है कि आनेवाला साल भी ऐसा गुजरे. अपने शहर के बारे में उनका राय है कि अपने शहर से जो उम्मीद थी पूरी नहीं हुई.
पूरे साल बिजली,सड़क ने रुलाया. साल के आखिरी महीने में सड़क मरम्मत होने से थोड़ी राहत मिली. जाम से निजात मिलना ख्वाब सा दिखता है. ट्रैफिक की सबसे बड़ी समस्या है लोग ट्रैफिक रूल फॉलो नहीं करते. हमारे राज्य का दुर्भाग्य है कि सरकार यहां अस्थिर रही. झारखंड के साथ गठित हुआ राज्य छत्तीसगढ़ में काफी उन्नति हुई. उस तुलना में हमारे राज्य में दस प्रतिशत भी विकास कार्य नहीं हुआ. ऑल इंडिया गुजराती समाज का अध्यक्ष हूं.
अन्य राज्यों में जाता रहता हूं, वहां का विकास देख मन प्रसन्न हो उठता है. हमारे राज्य में उद्योग को प्रोत्साहन नहीं मिलता. हमारे राज्य में भ्रष्टाचार जड़ में है. राजनीतिक क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन आया है. राष्ट्रीय पार्टी को जनता ने रास्ता दिखा दिया है. आप पार्टी ने विश्वसनीय प्रदर्शन किया है. लोगों की मनोवृत्ति बदली है. आम आदमी भी तख्त पलट सकता है. यह देश के लिए शुभ संकेत है. ट्रेडिशनल पॉलिटिक्स पर आप पार्टी ने विराम लगा दी है. आर्थिक मंदी और भ्रष्टाचार उजागर हुआ.