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जेलों में 1300 कक्षपालों की बहाली प्रक्रिया शुरू

धनबाद: राज्य के 29 जेलों में खाली पड़े 1300 कक्षपाल के पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू हो गयी है़ कर्मचारी चयन आयोग ने बहाली संबंधी विज्ञापन निकाला है. 29 जेल सुपरिटेंडेंटों की नियुक्ति की कार्रवाई भी अंतिम चरण में है. जेपीएससी साक्षात्कार ले चुका है़ सरकार खाली पड़े असिस्टेंट जेलर के पद को भी […]

धनबाद: राज्य के 29 जेलों में खाली पड़े 1300 कक्षपाल के पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू हो गयी है़ कर्मचारी चयन आयोग ने बहाली संबंधी विज्ञापन निकाला है. 29 जेल सुपरिटेंडेंटों की नियुक्ति की कार्रवाई भी अंतिम चरण में है. जेपीएससी साक्षात्कार ले चुका है़ सरकार खाली पड़े असिस्टेंट जेलर के पद को भी भरने पर विचार कर रही है़ जेलों में प्रोबेशन ऑफिसर भी नियुक्त होंगे. कारा सूत्रों का कहना है कि राज्य के 29 में से 20 जेलों में सुपरिटेंडेंट के पद खाली हैं. खाली पद जिला दंडाधिकारी के प्रभार में चल रहा है. 47 सहायक कारापाल व 21 कारापाल के पद रिक्त हैं.
सहायक कारापाल के 27 प्रतिशत पद लिपिक को प्रमोट कर भरे जाते हैं. 75 प्रतिशत पदों पर सीधी बहाली होती है. सहायक कारापाल के प्रमोशन से भरे जानेवाले पद भी रिक्त हैं, क्योंकि योग्य लिपिक नहीं हैं. जो योग्य लिपिक थे, उन्हें प्रोन्नति दी जा चुकी है. कक्षपाल से ही प्रमोट कर उच्च कक्षपाल बनाया जाता है. कक्षपाल की कमी के कारण उच्च कक्षपाल के पद रिक्त रह जा रहे हैं.
राज्य बनने के बाद नहीं हुई बहाली : बिहार से अलग होने के बाद अभी तक कारा विभाग में कोई नियुक्ति नहीं हुई है़ जेलों की सुरक्षा के लिए 1800 भूतपूर्व सैनिकों को संविदा पर रखा गया है. इनकी संविदा एक वर्ष पर बढ़ायी जाती है़ सरकार इन्हें 12 हजार रुपये मानदेय देती है़ सैप में मासिक वेतन 15 हजार है, इस कारण जेल छोड़कर भूतपूर्व सैनिक दूसरी जगह योगदान दे देते हैं. कारा विभाग ने सैप के समान जेल की सुरक्षा में लगे भूतपूर्व सैनिकों को वेतन देने की अनुशंसा संबंधित विभाग से की है.
हजारीबाग व होटवार छोड़ कहीं डॉक्टर नहीं : हजारीबाग व होटवार सेंट्रल जेल छोड़ कर शेष कहीं भी डॉक्टर नहीं है. स्वास्थ्य विभाग से प्रतिनियुक्ति पर जेल में डॉक्टर हैं. 29 जेलों में मात्र दो कंपाउंडर व ड्रेसर हैं. बंदियों से ही कंपाउंडर व ड्रेसर का काम लिया जाता है.
जेल में अधिकारियों व कर्मचारियों की कमी है. बहाली प्रक्रिया शुरू हो गयी है.
सुमन गुप्ता, जेल आइजी
बन रहे चार नये जेल
बरही, मधुपुर, नगरऊंटारी व चक्रधरपुर में जेल का निर्माण अंतिम चरण में है. चालू वित्त वर्ष में कारा विभाग को चारों जेल हैंडओवर कर दिये जायेंगे.

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