धनबाद : पैसा निकालने के लिए एटीएम की जगह-जगह व्यवस्था है. पैसा जमा करने के लिए एक-दो जगहों पर ही सीडीएम (कैश डिपोजिट मशीन) लगायी गयी है. फलत: आज भी लोग कैश जमा करने के लिए बैंक की ओर ही रुख करते हैं. बैंक का लोड कम करने के लिए बैंक प्रबंधन ने एटीएम व सीडीएम की जगह री-साइक्लर मशीन लांच की है. इस मशीन के जरिये पैसे जमा व निकासी दोनों की व्यवस्था है.
कुमारधुबी व डिगवाडीह से प्रक्रिया शुरू : स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने प्रथम चरण में 2003 में लगायी गयी एटीएम को बदलकर री-साइक्लर मशीन लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. कुमारधुबी व डिगवाडीह में एटीएम की जगह री-साइक्लर मशीन लगायी गयी है. इसके बाद शहरी क्षेत्रों में री-साइक्लर मशीनें लगायी जायेंगीं. री-साइक्लर मशीन से बैंक पर लोड कम होगा
घटेगा बैंक का लोड : एसबीआइ हीरापुर शाखा के मुख्य प्रबंधक अभय कुमार ने बताया कि री-साइक्लर मशीन से बैंक का लोड काफी कम हो जायेगा. एटीएम में कैश जमा करने व सीडीएम में कैश निकालने के लिए अलग से मैनपावर की आवश्यकता होती थी. री-साइक्लर में एेसी व्यवस्था है कि कैश जमा करनेवाला चेस्ट का पैसा सीधे एटीएम चेस्ट में चला जाता है. हीरापुर ब्रांच व आइएसएम ब्रांच में री-साइक्लर मशीन आ चुकी है. जल्द ही दोनों ब्रांच में यह मशीन काम करने लगेगी. इसके बाद मार्केट एरिया में री-साइक्लर मशीन लगायीं जाएंगीं.