निरसा/मैथन: नन बैंकिंग कंपनियों के निवेशकों का धैर्य जवाब देने लगा है. मैथन में शनिवार को रामेल इंडस्ट्रीज के एजेंट व निवेशकों ने चीफ एजेंट का घेराव किया. वहीं युवा दल ने कंपनियों के खिलाफ निरसा प्रखंड कार्यालय परिसर में धरना देते हुए सभा की. रेमल के एजेंट तो अपनी गुहार सीएम हेमंत सोरेन तक से लगा चुके हैं. दल के वक्ताओं ने कहा कि सबसे ज्यादा निरसा क्षेत्र की जनता इन कंपनियों की शिकार हुई है. कंपनियों के कारण हजारों एजेंट व निवेशक आत्महत्या की कगार पर खड़े हैं.
इन्होंने सीबीआइ से पूरे मामले की जांच कराने की मांग की. साथ ही पश्चिम बंगाल सरकार की तरह कोष बनाकर निवेशकों का पैसा वापस करने की भी मांग की. वक्ताओं ने स्थानीय विधायक अरूप चटर्जी को भी कठघरे में खड़ा किया.
दल ने 25 व 26 अक्तूबर को शहीद चौक, चिरकुंडा से पदयात्र निकालने की घोषणा की. यह पदयात्र रणधीर वर्मा चौक, धनबाद में धरना में तब्दील हो जायेगी. धरना को घटवार आदिवासी महासभा का समर्थन भी प्राप्त हुआ. मौके पर विनय सिंह, रामाश्रय सिंह, झूलन मिश्र, शिवा, पप्पू मिश्र, रंजीत वर्मा, सूर्यदेव सिंह, मो. जहीर, मो. रेहान, दिलीप बाउरी, प्रशांत मांझी, राजू कुमार, टिब्ल्यू चक्रवर्ती, सज्जाद अंसारी उपस्थित थे.
रकम लौटाने का आश्वासन : रामेल इंडस्ट्रीज के सीनियर एजेंट विनय पाठक का घेराव करने वाले कंपनी एजेंट व निवेशकों ने कहा कि कंपनी इस क्षेत्र से 25 करोड़ से अधिक की राशि की उगाही कर चंपत हो गयी है. बताया कि श्री पाठक के अंदर में 350 एजेंट थे, जो ठगे गये. देर शाम श्री पाठक ने काली पूजा तक थोड़ी-थोड़ी रकम वापस करने की बात कही, तब एजेंटों ने उन्हें छोड़ा. मौके पर रिंकू श्रीवास्तव, विजय सिन्हा, नवीन मिश्र, संतोष पाठक, अक्षय मेहता, शत्रुघ्न शर्मा, रंजीत कुमार उपस्थित थे.