धनबाद: कोल इंडिया के अस्पतालों में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की बहाली होनी चाहिए. साथ ही जो विशेषज्ञ डॉक्टर कंपनी छोड़ कर जा रहे हैं, उन्हें भी रोकने की कोशिश होनी चाहिए. यह मांग शुक्रवार को जयपुर में कोल इंडिया वेलफेयर बोर्ड की बैठक में सदस्यों ने उठायी. अध्यक्षता कोल इंडिया के कार्मिक निदेशक आर मोहनदास ने की.
सदस्यों ने कहा कि कंपनी के अस्पतालों में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी से परेशानी हो रही है. बैठक में बीसीसीएल के डीपी पीइ कच्छप, बीएमएस के प्रदीप कुमार दत्ता, सीटू के पीएस पांडेय, एचएमएस के राजेंद्र सिंगा, एटक के एमएम देशकल, इंटक के केके सिंह एवं ओपी मालवीय मौजूद थे.
ये मांगें भी उठीं
मेडिकल रुल में संशोधन किया जाय. कंपनी के सभी केंद्रीय अस्पतालों में शव वाहन की व्यवस्था की जाय.
स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड में अच्छे अधिकारियों को रखा जाये और इस विभाग को राजनीति से मुक्त रखा जाये. खेल के दौरान घायल होने वाले खिलाड़ियों को आइओडी की सुविधा दी जाय.
रिटायर्ड कोल कर्मियों को कंपनी के सभी अस्पतालों में इलाज की व्यवस्था हो. इसके लिए आदेश निकाला जाय.
सीआइएल की खाली जमीन मजदूरों के को-ऑपरेटिव को देने का प्रस्ताव दिया गया. ताकि मजदूर वहां अपना घर बना सकें.
पिछली बैठक में उठे मुद्दों पर हुई कार्रवाई का ब्योरा पेश किया गया.
अनुदान से चलने वाले स्कूलों को बंद करने की बजाय उन्हें अनुदान जारी रखा जाय. किसी कोल कर्मी के अपंग बच्चे के उपचार के लिए निर्धारित उम्र सीमा में तब्दीली की जाय. जब तक कर्मी की नौकरी है तब तक उसके बच्चे के उपचार की व्यवस्था होनी चाहिए.