धनबाद: जिले में संस्थागत प्रसव योजना का अजब हाल है. प्रसूता माताओं को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि के लिए महिलाओं को आठ-आठ माह तक चक्कर लगाना पड़ जाता है.
जबकि सरकार के आदेश के अनुसार प्रसव के दिन ही माताओं को प्रोत्साहन राशि प्रदान कर देनी चाहिए. लेकिन जिले में ऐसा नहीं हो रहा है. शुक्रवार को बलियापुर, महुदा, तोपचांची, निरसा की करीब तीस महिलाएं अपने बच्चे के साथ राशि लेने के लिए पीएमसीएच पहुंची.
इस दौरान गायनी वार्ड में काफी गहमा-गहमी देखी गयी. प्रत्येक महिला को 12 से 17 सौ तक राशि प्रदान की गयी. बलियापुर की सेविका माला देवी आदि ने बताया कि राशि के लिए आठ महीने से महिलाओं को दौड़ाया जा रहा था. बलियापुर से आयी रेखा देवी, गीतू देवी, पूनम, पुटकी से आयी चांदनी, महुदा की निशा देवी ने बताया कि पीएमसीएच में प्रसव कराया गया. इसके बाद पीएचसी में राशि के लिए आवेदन दिया गया. लेकिन वहां से राशि नहीं दी गयी. इसी में कई माह गुजर गये. आज पांच सौ आने-जाने में खर्च करने के बाद बारह सौ रुपये मिले हैं. इस बाबत पीएमसीएच अधीक्षक का कहना है कि फंड नहीं होने के कारण ऐसी समस्याएं आती हैं.