धनबाद: सरकारी स्कूलों में प्रैक्टिस टीचिंग कर रहे बीएड स्टूडेंट्स ने शुक्रवार से स्कूल आना छोड़ दिया है. गुरुवार को ही उन्होंने अगले दिन से नहीं आने की सूचना स्कूल प्रधानों को दे दी थी.
ज्यादातर स्टूडेंट्स ने 28-32 दिन की कक्षाएं ली थी, जबकि उन्हें न्यूनतम 40 कार्य दिवस लेने थे. पहले से शिक्षक की कमी ङोल रहे स्कूलों में इस कारण परेशानी बढ़ गयी है. स्कूल प्रबंधनों को अब बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने का भय सताने लगा है. जिले के बीएड कॉलेजों को अपने स्टूडेंट्स को सरकारी स्कूलों में प्रैक्टिस टीचिंग का आदेश मिला था. एक स्कूल में 15 बीएड स्टूडेंट्स प्रैक्टिस टीचिंग भी कर रहे थे. प्रैक्टिस टीचिंग को लेकर उन्हें कई निर्देश भी दिये गये थे, जो भी उन्होंने पूरे नहीं किये.
बीएसएस बालिका उच्च विद्यालय में तथागत बीएड कॉलेज के 16 बीएड स्टूडेंट्स ने 19 अगस्त को योगदान किया था. लगभग सभी स्टूडेंट्स ने करीब 28 दिनों तक ही कक्षाएं ली. जिला स्कूल, हाई स्कूल धनबाद, एसएसएलएनटी बालिका उवि व अभया सुंदरी बालिका उवि समेत दर्जनों स्कूलों में स्टूडेंट्स को प्रैक्टिस टीचिंग के लिए कहा गया था.
नहीं मानी डीइओ की चेतावनी : डीइओ धर्म देव राय के स्कूलों में औचक निरीक्षण के दौरान कई गड़बड़ियां पकड़ में आयी थी. उन्होंने चेतावनी दी थी कि बिना 40 दिन कक्षा लिये उन्हें प्रमाणपत्र नहीं दिया जायेगा. निरीक्षण में कुछ छात्राएं दूसरी बीएड छात्र के बदले भी कक्षा लेते पायी गयी थीं. वहीं कई स्टूडेंट्स स्कूलों में कई दिनों से अनुपस्थित मिले थे.