धनबाद. ऊर्जा विभाग ने पीके राय कॉलेज की जमीन के ऊपर से हाई वोल्टेज(एचटी) तार हटाने के लिए कॉलेज से 50 हजार रुपये बतौर खर्च मांगा है. यह तार कॉलेज में बन रहे छात्रवास के ऊपर से गुजरा है. बिना इसे हटाये निर्माण कार्य आगे नहीं बढ़ सकता है. कॉलेज ने रकम के बारे में विभावि को जानकारी दे दी है.
कॉलेज की मजबूरी : प्राचार्य डॉ डीके वर्मा ने बताया कि हाई वोल्टेज तार कॉलेज के नवनिर्मित छात्रवास के ऊपर से गुजरा है. यूजीसी के अनुदान से बन रहा छात्रवास को समय पर तैयार करना कॉलेज की मजबूरी है. कॉलेज ने ऊर्जा विभाग का पत्र विवि में जमा कर अपनी मजबूरी सुनायी तो विवि ने भी क्षतिपूर्ति की रकम कॉलेज को भेज दी. रकम कॉलेज ऊर्जा विभाग में जमा करेगा. उन्होंने बताया कि संबंधित तार दौड़ाने के लिए बिजली विभाग ने कभी कॉलेज से स्वीकृति ली हो इसका कोई कागजात न उसने दिखाया न ही ऐसा कोई कागजात कॉलेज की फाइल में ही है.
यह क्षतिपूर्ति नहीं डिपोजिट प्रपोजल
ऊर्जा विभाग के एसडीओ प्रभाकर कुमार ने बताया कि विभाग की भाषा में यह क्षतिपूर्ति नहीं डिपोजिट प्रपोजल है. जनहित में दौड़ाया गया तार को दूसरे जगह से दौड़ाने के लिए अगर आप आवेदन देते हैं और विभाग सहमत हो जाता है तो आपको उसका खर्च जमा करना पड़ेगा. जहां तक बात तार दौड़ाने की स्वीकृति की है तो मेरे संज्ञान में यह बात अभी आयी है. इस बारे में पता लगाता हूं.