धनबाद: धनबाद रेल मंडल के वैसे छोटे स्टेशनों जहां कम्युनिकेशन की सुविधा नहीं है-में तैनात स्टेशन मास्टरों एवं सहायक स्टेशन मास्टरों को सीयूजी मोबाइल सेवा (क्लोज यूजर्स ग्रुप) से जोड़ा जायेगा. इससे वरीय अधिकारी उनसे सीधा संवाद कायम कर सकेंगे. डीआरएम सुधीर कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई बैठक में बताया गया कि मंडल के जितने भी छोटे-बड़े रेलवे स्टेशन या हाल्ट हैं सभी के स्टेशन मास्टर, स्टेशन प्रबंधक और ट्रैफिक इंस्पेक्टर को सीयूजी मोबाइल दिया जायेगा. बैठक में धनबाद मंडल के सभी स्टेशन के स्टेशन मास्टर, स्टेशन मैनेजर व ट्रैफिक इंस्पेक्टर समेत कुल 123 स्टेशन के 150 रेल कर्मी मौजूद थे. अधिकारियों में सीनियर डीओएम वेद प्रकाश, सीनियर डीएसओ बीएन लाल, सीनियर डीएसटी अमरेंद्र सिंह सहित आदि उपस्थित थे.
मेंटेनेंस पर ज्यादा फोकस : ट्रैक मेंटेनेंस पर पहले जहां एक करोड़ रुपया खर्च करने का प्रावधान था. वहीं उसे अब बढ़ा कर दस करोड़ रुपया कर दिया गया है. रकम बढ़ाने का मुख्य वजह यह है कि कोलियरी क्षेत्र में प्राइवेट कंपनियों द्वारा लोडिंग कराये जाने से रेलवे ट्रैक हमेशा खराब व क्षतिग्रस्त हो जाता है.
सेफ्टी के लिए दिया गया निर्देश : बैठक में डीआरएम ने सभी स्टेशन मास्टर को सेफ्टी के बारे में जानकारी दी और रेल दुर्घटनाओं को रोकने का उपाय बताया. इस दौरान सभी स्टेशन से आये कर्मियों ने भी अपनी-अपनी परेशानी डीआरएम को बतायी और उनके द्वारा बताये गये सभी प्वाइंट को नोट कर परेशानी को खत्म करने वादा किया. डीरेलमेंट, ट्रैक टूटने व अन्य कारणों पर ध्यान देने की बात कही.