सीएस ने किया झरिया के अग्नि प्रभावित इलाकों का दौरा
धनबाद : मुख्य सचिव राजीव गौबा ने कहा है कि भूमिगत आग और भू-धंसान प्रभावित इलाकों के पीड़ितों को सीमित विकल्प के बावजूद बेहतर सुविधा देने की कोशिश होगी. आग पर काबू पाने के साथ-साथ पुनर्वास के कार्य में तेजी लायी जायेगी. शुक्रवार को यहां झरिया के अग्नि प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि पुनर्वास के लिए अच्छी जगह पर जमीन की भारी कमी है. डीसी से कहा गया है कि इसमें जो भी बेहतर हो सकता है करें. पुनर्वास के लिए तीन तरह की जमीन चाहिए.
रैयती, सरकारी एवं बीसीसीएल के लिए पूर्व में अधिग्रहित जमीन. भू-धंसान प्रभावित क्षेत्र के लोग वर्तमान स्थल के आसपास पुनर्वास चाहते हैं. जमीन के अभाव में यह संभव नहीं है. कहा कि सरकार आदर्श पुनर्वास की व्यवस्था तो नहीं कर सकती. लेकिन, बेहतर जरूर करेंगे. विस्थापितों को रोजगार के लिए ट्रेनिंग आदि की भी व्यवस्था की जायेगी. भू-धंसान इलाका में सर्वे कार्य 30 जून तक हर हाल में पूर्ण करने को कहा गया है. पूरे धनबाद जिले में लगभग 70 हजार परिवार के पुनर्वास की व्यवस्था करनी है. यह एक बड़ी चुनौती है. कहा कि पुनर्वास के लिए वैसे जमीन को प्राथमिकता दी जायेगी, जहां रोजगार की संभावनाएं ज्यादा हो.
बीसीसीएल को विश्वास जीतना होगा : प्रभावितों द्वारा बीसीसीएल प्रबंधन के खिलाफ शुक्रवार को किये गये प्रदर्शन के बारे में पूछने पर मुख्य सचिव ने कहा कि यह स्वाभाविक है. लोगों में बीसीसीएल के प्रति गुस्सा है. बीसीसीएल को प्रभावितों का विश्वास जीतने के लिए काम करना चाहिए.
कहा कि आज के दौरा का मुख्य उद्देश्य भूमिगत आग की समस्या से रु-ब-रु होना था. इस दौरान राज्य के खान सचिव डीके तिवारी, योजना सचिव एके सिंह, डीसी केएन झा भी मौजूद थे.
बॉक्स आरएसपी को बचाने की होगी कोशिश
मुख्य सचिव राजीव गौबा ने कहा कि आरएसपी कॉलेज झरिया को भूमिगत आग से खतरा है. इसको देखते हुए कॉलेज को हटाने का निर्णय बहुत पहले हो चुका है. लेकिन, सरकार कॉलेज को बचाने का प्रयास कर रही है. नाइट्रोजन फोम के जरिये भूमिगत आग को नियंत्रित करने का प्रयास हो रहा है. अगर यह सफल रहता है, तो इसे दूसरे स्थानों पर भी प्रयोग कर सकते हैं.
बॉक्स प्रभावितों ने किया विरोध प्रदर्शन
राज्य के मुख्य सचिव जब आरएसपी कॉलेज झरिया का दौरा कर रहे थे. तब झरिया के भू-धंसान एवं अग्नि प्रभावित इलाके के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. विस्थापितों का कहना था कि बीसीसीएल प्रबंधन ने आग बुझाने के लिए कभी गंभीरता से प्रयास नहीं किया. बीसीसीएल प्रबंधन लोगों को उजाड़ने का प्रयास कर रही है. भूमिगत आग के नाम पर लोगों को डराया जा रहा है. बीसीसीएल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी भी हुई. मुख्य सचिव ने कहा जब आग लग ही चुकी है, तो उसके बचाव तो करना ही होगा. सरकार इस मुद्दे पर गंभीर है.