धनबाद: एसबीआइ की अलकुशा शाखा के साढ़े आठ लाख की लूट ने कई सवाल खड़े कर दिये हैं. यह बैंक लाठीधारी पुलिसकर्मी के भरोसे है. बैंक से ही बगल के एटीएम में रविवार को छोड़ प्रतिदिन कैश डाला जाता है. पैसा ले जाने के समय बैंककर्मी बिना किसी सुरक्षा के रहते हैं. छह-सात वर्ष पहले खुले बैंक में सर्वाधिक खाता बीसीसीएल कर्मियों का है. यहीं से वेतन भुगतान होता है.
खुलासा हुआ है कि कई दिनों से अपराधी बैंक व एटीएम की रेकी कर रह रहे थे. बैंक के सामने दुकान पर बैठ कर व अपने सहयोगियों को अंदर भेज कर मौके की ताक में थे. बैंक के बाहर दुकान पर सूदखोरों व सफेदपोशों की भी भीड़ रहती है. बैंक सूत्रों का कहना है कि प्रतिदिन चार से पांच लाख की निकासी बैंक से होती है.
कोलियरी में वेतन भुगतान के समय दो-तीन दिनों तक यह रकम 10 लाख रुपये तक पहुंच जाती है. शनिवार को ज्यादा रकम एटीएम में डाली जाती है. तीन-चार अनजान युवक तीन दिनों से बैंक के आसपास चक्कर काट रहे थे. वे लोग किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करते थे. शनिवार को मौका देख साढ़े आठ लाख रुपये लूट भाग निकले.