उसका कहना है कि तोपचांची झील में पानी नहीं है. कुल 75 फुट गर्त में लगभग 30 फुट वहां गाद भरा हुआ है. सोमवार तक वहां मात्र नौ फुट पानी बचा था. तोपचांची समेत कतरास की आबादी को जिस तरह से पानी दिया जा रहा है, उस तरह सप्लाइ देने से पानी बहुत अधिक 15 दिनों तक चल सकता है. पानी पूरे अप्रैल माह या उससे अधिक दिन तक चले, इसलिए अब कतरास को हर सप्ताह पानी दिया जायेगा.
Advertisement
कतरास को हफ्ते में एक दिन पानी
कतरास: गरमी बढ़ने के साथ-साथ कतरास कोयलांचल में जल संकट गहराता जा रहा है. प्रशासन की ओर से कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं है. अभी हर दो दिन में माडा का पानी यहां दिया जाता है. लगभग तीन लाख आबादी इस पर आश्रित है. लेकिन माडा ने अब सप्ताह में एक दिन पानी देने का फैसला […]
कतरास: गरमी बढ़ने के साथ-साथ कतरास कोयलांचल में जल संकट गहराता जा रहा है. प्रशासन की ओर से कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं है. अभी हर दो दिन में माडा का पानी यहां दिया जाता है. लगभग तीन लाख आबादी इस पर आश्रित है. लेकिन माडा ने अब सप्ताह में एक दिन पानी देने का फैसला किया है.
प्रशासन तमाशबीन : भर गरमी कहां से पानी आयेगा, इसकी कोई व्यवस्था सरकार की ओर से नहीं की गयी है. गत दिनों उपायुक्त की अगुआई में हुई बैठक में फैसला किया गया था कि धर्माबांध चानक के पानी को चैतूडीह पानी टंकी में लाया जायेगा.फिर तिलाटांड़ में उसे फिल्टर कर कतरास इलाके में दिया जायेगा, लेकिन यह योजना टांय-टांय फिस्स हो गयी है. बैठक में कंपनी ने साफ तौर पर पानी देने से इनकार कर दिया था. कंपनी का तर्क था कि धर्माबांध में पानी नहीं है. जितना है, वह अपने आसपास की कॉलोनियों में सप्लाइ करता है.
इन इलाकों में संकट
माडा के तीन हजार साधारण उपभोक्ता कतरास में हैं जबकि 400 बीसीसीएल कर्मियों ने भी कनेक्शन लिया है. माडा का पानी चैतूडीह बस्ती, तेतुलिया, मालकेरा रोड, छाताबाद पांच नंबर, छाताबाद, भंडारीडीह, कैलूडीह, पचगढ़ी बाजार, सलानपुर, गुहीबांध, अंगारपथरा, गजलीटांड़, सिजुआ, श्यामबाजार, भदरीचक, नया मोड़, चंदौर बांध, शक्ति चौक आदि इलाकों में जाता है.
हम कहां से देंगे पानी : माडा
माडा एसडीओ शैलेंद्र सिंह ने बताया कि सोमवार को कतरास को पानी दिया गया है. तोपचांची झील में पानी नहीं है. इसलिए सप्ताह में एक बार ही पानी कतरास कोयलांचल को दिया जायेगा. धर्माबांध से पानी लाने के लिए माडा ने 31 लाख का एस्टीमेट तैयार कर लिया. मगर बीसीसीएल प्रबंधन ने धर्माबांध से पानी देने से इनकार कर दिया है. ऐसे में माडा कहां से पानी देगा. अब उच्च अधिकारी ही पहल कर सकते हैं.
बीसीसीएल को पानी देना होगा : विधायक
विधायक ढुलू महतो ने कहा कि लोगों को समुचित मात्र में पानी मिले. इसके लिए उनकी पहल पर जिला प्रशासन ने धर्माबांध बंद चानक से पानी सप्लाइ करने की योजना तैयार की. बीसीसीएल जनहित के मुद्दे पर पीछे नहीं हट सकता है. बीसीसीएल को हरहाल में पानी माडा को देना होगा. पानी कतरास को मिले, इसके लिए हर व्यवस्था की जायेगी. किसी को भी पानी का संकट नहीं होने दिया जायेगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement