स्टेनगन, त्रिशूल व भाला आदि कई प्रकार की पिचकारी बाजार में हैं. बच्चों को काटरून करैक्टर भीम पिचकारी खूब भा रही है.
हर साइज का स्टेनगन बाजार में उपलब्ध है. डरावना मास्क का भी लॉट बाजार में उतारा गया है. हर्बल अबीर के अलावा साधारण अबीर भी बाजार में उपलब्ध है. नेचुरल व रासायनिक रंग बाजार में बिक रहे हैं. हालांकि हर्बल अबीर व नेचुरल रंग की कीमत रासायनिक रंग व अबीर से थोड़ी अधिक है. लूज रंग चार सौ रुपये की छलांग लगा कर 1600 रुपये किलो पहुंच गया है. हर्बल अबीर की कीमत 300 रुपये किलो है, जबकि साधारण अबीर की कीमत मात्र 50 रुपये किलो है. रासायनिक रंग पांच से लेकर दस रुपये डब्बा है. जबकि नेचुरल रंग 180 रुपया जार है. बाजार में टाइगर, हर्बल ब्रांड की खूब डिमांड है. मुंबई व कोलकाता के अलावा लोकल स्तर पर तैयार रंग की बिक्री हो रही है. कारोबारियों के मुताबिक बाजार में वैसी रौनक नहीं है. उम्मीद है कि एक-दो दिनों में बाजार में गरमाहट आयेगी. महंगाई के कारण रंग-अबीर का भी लोग कोरम पूरा कर रहे हैं.