धनबाद: हाउस रेंट अलाउंस के साथ-साथ विभागीय आवास का भी मजा लेने वाले धनबाद के कई कॉलेज शिक्षकों पर गाज गिरनी शुरू हो गयी है. सोमवार को विभावि के वित्त पदाधिकारी अजय राम ने धनबाद पहुंच कर धनबाद के तीन कॉलेजों में जाकर जांच पड़ताल की. जिन तीन कॉलेजों में जांच की गयी उसमें आर एस मोर कॉलेज गोविंदपुर, पीके राय कॉलेज धनबाद तथा एसएसएलएनटी महिला कॉलेज धनबाद शामिल हैं.
किस पर क्या कार्रवाई
प्रो. एसके सिन्हा : प्रो. सिन्हा आरएस मोर कॉलेज गोविंदपुर में पहले पदस्थापित थे. वहां विभागीय आवास के बावजूद एचआरए का लाभ लेते थे. शिकायत के बाद इसे बंद कर दिया गया था. पीके राय कॉलेज में पदस्थापन के बाद दोबारा एचआरए लेना शुरू कर दिया था. जुलाई से इनका एचआरए बंद कर दिया गया. वित्त पदाधिकारी श्री राम ने बताया कि अनावश्यक ली गयी राशि उनके फंड से काटी जायेगी.
प्रो. एसएनपी सिन्हा : प्रो. सिन्हा सेवा निवृत्त हो चुके हैं. इन पर भी आवास तथा एचआरए दोनों लेने का आरोप था. जांच के दौरान गलत ढंग से एचआरए लेने का मामला तो सामने नहीं आया, लेकिन सेवा निवृत्ति के बाद भी इन्होंने विभागीय आवास नहीं छोड़ा. इनसे जुड़ा आदेश है कि जब तक वे आवास सुपुर्द नहीं करते तब तक इनकी पेंशन चालू नहीं की जाये.
प्रो (श्रीमती) मंजू सिंह : आर एस मोर कॉलेज से सेवा निवृत्त इस शिक्षिका के खिलाफ भी विभागीय आवास नहीं छोड़ने की बात सामने आयी है. इनके खिलाफ आये आदेश में कहा गया है कि जब तक वह आवास सुपुर्द नहीं करतीं उन्हें वित्तीय लाभ नहीं मिलेगा.
डॉ. किरण सिंह : एसएसएलएनटी महिला कॉलेज की प्राचार्या डॉ.किरण सिंह के खिलाफ भी वित्त पदाधिकारी ने जांच की. इन पर भी विभागीय आवास के उपयोग के साथ-साथ गलत ढंग से एचआरए लेने का आरोप है. इनके खिलाफ भी मामला बनने की बात वित्त पदाधिकारी ने स्वीकार की. उन्होंने बताया कि प्राचार्य ने जांच को लेकर बीच में ही आवास बदल लिया है. आवास में उनके रहने के दौरान कई साक्ष्य संकेत देते हैं कि उन्होंने भी गलत ढंग से एचआरए लिया है. इनके खिलाफ जांच अभी जारी है. इस सिलसिले में अधिकारी दोबारा आयेंगे.