धनबाद: महिला थाना में इस साल अब तक इव टीजिंग के केवल चार मामले आये हैं. यह स्थिति तब है जब दिल्ली में छात्र से गैंग रेप के बाद बड़े पैमाने पर यह प्रचार किया गया कि इव टीजिंग की शिकायत फोन, इ मेल आदि से करें. नंबर-इ मेल एड्रेस सार्वजनिक किये गये. बैठकें आयोजित कर जागरूकता अभियान चलाया गया. कहा गया कि ऐसे मामलों में शिकायतकर्ता का नाम जाहिर नहीं होने दिया जायेगा. एक्सपर्ट मानते हैं कि इतनी कम संख्या में शिकायत आने के दो कारण हो सकते हैं.
एक-शहर में इव टीजिंग नहीं के बराबर होती है. दो-महिलाएं या युवतियां शिकायत करने में अभी भी संकोच करती हैं. धनबाद में महिला थाना में 6 जून 2011 से इव टीजिंग सेल चल रहा है. वर्ष 2011 में 12 मामले, 2012 में 8 मामले आये. इनमें चार आवेदन आये और बाकी शिकायतें फोन से की गयीं.
क्या होती है कार्रवाई : महिला थाना प्रभारी कांता कुमारी कहती हैं जो लड़कियां फोन से अपनी समस्या बताती हैं, आरोपियों के नंबर-पता उपलब्ध कराती हैं उन पर फौरन कार्रवाई होती है. अधिकतर मामले छेड़-छाड़, अश्लील मैसेज, अश्लील बातों से संबंधित होते हैं. इन मामलों में आरोपियों को थाना बुला कर कड़ी फटकार लगायी जाती है. दुबारा ऐसी गलती न करने की शर्त पर बांड भरा कर छोड़ा जाता है. कुछ मामलों में हमें स्पॉट पर जाना पड़ता है. ऐसे मामलों में शिकायतकर्ता केस न करने का आग्रह करती हैं. सिर्फ डांट डपट कर छोड़ देने का आग्रह करती हैं.