धनबाद: राज्य सरकार द्वारा संचालित ‘शक्तियों का विकेंद्रीकरण’ योजना के तहत अब ग्रामीण भी टेप से पानी भर सकेंगे. इसके लिए कई योजनाएं शुरू की गयी हैं. इसमें से कुछ गांवों में तो अगले माह से एक-दो योजनाएं शुरू हो जायेंगी.
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग-टू केकार्यपालक अभियंता (इइ) सुशील कुमार ने बताया कि लघु ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत 31 गांवों में जलापूर्ति का लक्ष्य रखा गया है. इनमें छह गांवों में अगले माह से यह योजना शुरू हो जायेगी. पूरा खाका तैयार है. ऊर्जा विभाग को राशि भी दे दी गयी है. बस, लाइन जुड़ते ही इन गांवों में जलापूर्ति शुरू हो जायेगी. टुंडी प्रखंड के मंझलाडीह, ताराटांड़, लोधरिया, खटजोगी, सुंदर पहाड़ी एवं सिंगराडीह गांवों में यह योजना शुरू होगी.
तोपचांची में माडा की जगह जमुनिया से होगी जलापूर्ति
इइ ने बताया कि तोपचांची में एक बड़ी योजना का टेंडर इसी माह होगा, अगले माह से काम शुरू हो जायेगा. इसके तहत माडा से जलापूर्ति की बजाय जमुनिया नदी से जलापूर्ति की जायेगी. इसके लिए सबसे पहले छह करोड़ की लागत से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जायेगा. उसके बाद पाइप लाइन बिछायी जायेगी. इसी तरह कोदइया से टुंडी प्रखंड के लोगों को जलापूर्ति की जायेगी.
खराब चापाकल जल्द ही बनेंगे
श्री कुमार ने बताया कि राज्य सरकार से शहर के 441 एवं ग्रामीण क्षेत्रों के 106 खराब चापाकल बनाये जायेंगे. बताया कि यहां के पानी में आयरन अधिक होने के कारण पाइप में जंग लग जाने से चापाकल खराब हो गये हैं. ऐसे सभी चापाकल की पाइप बदल दी जायेगी. तोपचांची एवं टुंडी की दो अन्य योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है. उसका डीपीआर बनाकर टेंडर करना है. बताया कि सितंबर तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है.
378 चापानल लगेंगे: उन्होंने बताया कि एक अन्य योजना के तहत शहरी क्षेत्र में 746 एवं ग्रामीण क्षेत्र में 632 चापाकल लगाये जायेंगे.