धनबाद: पेंशन फंड की स्थिति बेहतर करने के लिए कोल कंपनी व कर्मियों के 14 प्रतिशत अंशदान का रास्ता साफ हो गया है. भारत सरकार ने इस सिलसिले में शनिवार को गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है, जिसके मुताबिक एक अक्तूबर 2017 से अंशदान की राशि काटी जायेगी. सात प्रतिशत अंशदान की कटौती कोलकर्मियों […]
धनबाद: पेंशन फंड की स्थिति बेहतर करने के लिए कोल कंपनी व कर्मियों के 14 प्रतिशत अंशदान का रास्ता साफ हो गया है. भारत सरकार ने इस सिलसिले में शनिवार को गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है, जिसके मुताबिक एक अक्तूबर 2017 से अंशदान की राशि काटी जायेगी. सात प्रतिशत अंशदान की कटौती कोलकर्मियों के जून महीने के वेतन से ही शुरू कर दी जायेगी, जबकि शेष सात प्रतिशत राशि का भुगतान कोल इंडिया करेगा.
बता दें कि कोल इंडिया को एक अक्तूबर 2017 से अंशदान की बकाया राशि का भुगतान करना है, लेकिन गजट नोटिफिकेशन नहीं होने के कारण राशि की कटौती नहीं हो पा रही थी. फंड की कमी के कारण ही जून में रिटायर्ड कर्मियों को पेंशन का भुगतान समय पर नहीं हो सका. बाद में कोल इंडिया की ओर से तत्काल 100 करोड़ राशि देने के पश्चात पेंशन का भुगतान हो सका.
200 करोड़ अतिरिक्त मिलेंगे सीएमपीएफ को
14 प्रतिशत अंशदान मिलने से कोयला खान भविष्य निधि संगठन (सीएमपीएफ) को प्रतिमाह करीब 200 करोड़ की अतिरिक्त राशि की आमद होगी. आधिकारिक सूत्रों की माने तो पेंशन मद में वर्तमान समय में सीएमपीएफ को प्रतिमाह 110 करोड़ रुपये फंड में आता है, जबकि प्रतिमाह 210 करोड़ रुपये पेंशन मद में खर्च होता है. 14 प्रतिशत का अंशदान मिलने से यह बढ़ कर करीब 300 करोड़ हो जायेगा. इससे पेंशन मद में 110 करोड़ रुपये खर्च के बाद भी 90 करोड़ रुपये पेंशन फंड में शेष बचेगा.