धनबाद: धनबाद जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की कुरसी संभाले ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह को चार माह हो गये, लेकिन वह अपनी कमेटी नहीं बना सके हैं. बगैर कमेटी के ही वह संगठन चला रहे हैं.
जिलाध्यक्ष की कुरसी पाने में विफल कांग्रेस के एक गुट के विरोध व लोकसभा चुनाव प्रक्रिया के कारण कमेटी गठन में देर हो रही है. जिला से लेकर प्रदेश तक पार्टी में गुटबाजी के कारण संगठन चुनाव के दो वर्ष बाद यहां जिलाध्यक्ष का मनोनयन हुआ. मनोनयन के साथ ही विरोध शुरू हुआ और एक तबका कार्यक्रम से अलग-थलग रहने लगा. पद के एक प्रबल दावेदार उपेंद्र कुमार सिंह ददई दुबे के साथ तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं. दूसरे दावेदार विजय कुमार सिंह चुप्पी साधे हुए हैं. लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार से बड़े नेताओं को झटका लगा है.
इसके बावजूद जिला कांग्रेस कमेटी में प्रमुख पद पाने की कोशिश में कुछ नेता गणोश परिक्रमा में लगे हैं. एक वर्ग जिला कमेटी में पद नहीं लेने पर आमादा है. प्रदेश की ओर से जिलाध्यक्ष को शीघ्र जिला कमेटी बनाने को कहा गया है. लोकसभा चुनाव में जिलाध्यक्ष ने पार्टी नेताओं से कहा था कि मिल जुलकर काम करें. संगठन में सक्रिय नेताओं की अनदेखी नहीं होगी. इस संबंध में संपर्क करने पर जिला अध्यक्ष ब्रजेंद्र सिंह ने कहा है कि पार्टी पूरी तरह एकजुट है. कहीं कोई गुटबाजी व विवाद नहीं हैं. लोकसभा चुनाव के कारण जिला कमेटी का गठन नहीं हो पाया था. जून के पहले सप्ताह तक जिला कमेटी का गठन कर दिया जायेगा.