धनबाद: धर्माबांध में जलापूर्ति के मद में वर्षो से बीसीसीएल के पास पड़ी माडा की बकाया ढाई करोड़ की राशि मिल चुकी है. राशि खर्च के मद्देनजर सोमवार को मुख्यालय में एमडी रवींद्र सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई.
बैठक में तमाम उच्च अधिकारियों के साथ-साथ यूनियन के प्रतिनिधि भी शामिल थे. बैठक में फैसला किया गया कि संबंधित राशि से माडा के जरूरी कामों के अलावा जरूरतमंद माडा कर्मियों को आर्थिक मदद की जायेगी. एमडी ने बताया कि कई मामलों में माडा को ऋण की जरूरत है. उसके लिए बैंक गारंटी जरूरी है. ऐसे में आयी राशि से एक करोड़ रुपये बैंक में फिक्स करा दिया जायेगा.
बाकी खर्च यहां होंगे
संस्थान हित में
वर्ष 1989 से 2000 तक के मृत कर्मियों के आश्रितों, सेवानिवृत्त कर्मियों का जो भी बकाया माडा के खाते में है, उनका भुगतान कर दिया जायेगा. इस निर्णय से साढ़े तीन सौ लोग लाभान्वित होंगे.
जामाडोबा वाटर फिल्टरेशन प्लांट के लिए एलम सहित अन्य जरूरत की कच्ची सामग्री की खरीदारी के साथ-साथ प्लांट का मरम्मत कार्य होगा. इस मद में प्राथमिकता के आधार पर 25 प्रतिशत बकायेदारों के बिल का भुगतान होगा.
कर्मी हित में
सीरियस बीमारी के इलाज के लिए जरूरतमंद कर्मियों को प्रति कर्मी तो पचास हजार रुपये दिये जायेंगे. उतनी ही राशि कर्मियों के बच्चों की उच्च शिक्षा के मद में भी दी जायेगी. जिन कर्मियों के यहां शादी की तिथि तय हो चुकी है, उनके यहां जरूरत के अनुरूप 25 से 50 हजार रुपये दिये जायेंगे.