धनबाद: प्रधानखंता की केंदुआडीह बस्ती में प्रसाद खाने से लगभग दो दर्जन ग्रामीण बीमार हो गये. मरीजों ने स्थानीय ग्रामीण डॉक्टर से इलाज कराया, लेकिन स्थिति खराब होने पर पीएमसीएच व निजी स्वास्थ्य संस्थानों में भरती कराया गया. ग्रामीण शैलेंद्र कुमार दास ने बताया कि रामनवमी के दिन (मंगलवार) बस्ती में पूजा थी. कुछ लोगों ने उपवास किया था.
लगभग 40-50 लोगों के लिए प्रसाद बना था. इसमें केला, नारियल, सेब, बताशा आदि थे. मंगलवार को दिन के दो बजे के बाद लोगों के बीच प्रसाद वितरण शुरू किया गया. शाम होते ही प्रसाद खाने वाले बच्चे से लेकर वृद्धों ने उल्टी शुरू कर दी, लूज मोशन, पेट व बदन दर्द शुरू हो गया. पीएमसीएच में दस लोगों को भरती कराया गया है. वहीं तीन मरीजों को निजी नर्सिंग होम में भरती कराया गया है.
स्वास्थ्य विभाग बेखबर : पीएमसीएच में भरती मरीजों ने बताया कि मंगलवार की रात से लोग पीड़ित हैं, लेकिन बलियापुर सीएचसी के चिकित्सक बेखबर बने हैं. बुधवार को वहां के चिकित्सकों को सूचना दी गयी, लेकिन कोई नहीं आया. मजबूरी में ग्रामीणों को निजी प्रैक्टिशनर से इलाज कराना पड़ा, लेकिन वहां भी ठीक से इलाज नहीं हो पाया. मरीजों का कहना था कि स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक तो कभी आते ही नहीं हैं.