सीआइडी ने दोनों सीडी धनबाद कोर्ट को सौंप दी. साथ ही अनुरोध किया कि अदालत के सामने ही इस सीडी की कॉपी सीआइडी को आगे की जांच के लिए दी जाये. इस पर अदालत की ओर से कहा गया कि जिस एजेंसी ने जांच की है, सीआइडी उससे रिपोर्ट ले आगे की जांच करे. जब सीआइडी ने कोलकाता एफएसएल से संपर्क किया, तो पता चला कि वहां पर जांच रिपोर्ट रखी ही नहीं गयी है. एफएसएल ने पत्र भेज कहा कि अगर उसे दोनों में से एक सीडी मिल जाये, तभी वह सीआइडी की कोई मदद कर सकता है.
मामले में सीआइडी ने फिर कोर्ट में अावेदन देकर एक सीडी लिया. इसके बाद सीडी लेकर अनुसंधानकर्ता कोलकाता एफएसएल गये हैं. वहां पर सीडी से रिकार्ड को लैपटॉप में कॉपी किया जायेगा. इसके बाद उक्त रिपाेर्ट के आधार पर आगे की जांच शुरू होगी.