सनद हो कि इस बार पंजीयन के लिए केवल ऑनलाइन माध्यम ही एकमात्र विकल्प था. इसके साथ ही पंजीयन में आधार संख्या को भी अनिवार्य किया गया था. जानकार बताते हैं कि ऑनलाइन पंजीयन एवं आधार की अनिवार्यता के कारण फर्जी पंजीयन नहीं कराया जा सका है, जो अब तक ऑफलाइन पंजीयन में संभव हो जाता था.
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पांच हजार कम हुए मैट्रिक के परीक्षार्थी
धनबाद: वर्ष 2018 में होनेवाली मैट्रिक परीक्षा में 28,437 विद्यार्थी शामिल होंगे. वर्ष 2017 में करीब 33,365 विद्यार्थियों ने मैट्रिक की परीक्षा दी थी. इस तरह 4,928 कम विद्यार्थियों का पंजीयन मैट्रिक परीक्षा के लिए हुआ है. जिन स्कूलों से तुलनात्मक रूप से कम विद्यार्थियों का पंजीयन हुआ है, उनमें अधिकांश स्थापना अनुमति प्राप्त विद्यालय […]
धनबाद: वर्ष 2018 में होनेवाली मैट्रिक परीक्षा में 28,437 विद्यार्थी शामिल होंगे. वर्ष 2017 में करीब 33,365 विद्यार्थियों ने मैट्रिक की परीक्षा दी थी. इस तरह 4,928 कम विद्यार्थियों का पंजीयन मैट्रिक परीक्षा के लिए हुआ है. जिन स्कूलों से तुलनात्मक रूप से कम विद्यार्थियों का पंजीयन हुआ है, उनमें अधिकांश स्थापना अनुमति प्राप्त विद्यालय हैं.
11वीं में भी पड़ेगा असर : मैट्रिक के लिए नौवीं कक्षा के विद्यार्थियों का पंजीयन होता है. वहीं इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों का 11वीं कक्षा में पंजीयन होता है. जानकारों की मानें तो मैट्रिक की तरह 11वीं में भी ऑनलाइन पंजीयन हो और आधार को अनिवार्य बना दिया जाये तो परीक्षार्थियों की संख्या कम हो जायेगी. मैट्रिक पंजीयन में हर विद्यार्थी का सत्यापन भी डीइओ कार्यालय से कराया गया था.
किस वर्ष कितने विद्यार्थी और परिणाम
वर्ष परीक्षार्थी परिणाम
2014 26975 71.77
2015 36367 70.83
2016 35628 62.58
2017 34591 56.42
कारण जो भी रहा हो, लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष मैट्रिक परीक्षा के लिए लगभग पांच हजार कम विद्यार्थियों के पंजीयन हुए हैं. तुलनात्मक रूप से स्थापना अनुमति विद्यालयों में पिछले वर्षों से कम पंजीयन हुए हैं.
डॉ माधुरी कुमारी, डीइओ
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