सिजुआ. झारखंड के शहीद शक्ति नाथ महतो की जयंती समारोह ही बुधवार को भाजपाई आपस में भिड़ गये. इसके बाद रात को शहीद के भतीजा वार्ड पार्षद धर्मेंद्र महतो पर जानलेवा हमला किया गया. उनके कार्यालय में घुस कर मारपीट की गयी. कार्यालय में तोड़फोड़ भी की. हमलावरों ने पार्षद के दो समर्थक सृष्टिधर महतो तथा राजू महतो को लाठी डंडे से पिटाई कर गंभीर रूप से घायल कर दिया. दोनों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. हमलावारों ने इस दौरान दहशत फैलाने के लिए तीन राउंड फायरिंग भी की. इस संबंध में घायल सृष्टिधर महतो ने आवेदन जोगता पुलिस में दिया दिया है.
गंगा महतो के समर्थकों ने किया हमला : पार्षद धर्मेंद्र महतो अपने कार्यालय में जयंती के अवसर पर गुरुवार को होने वाले ऑरकेस्ट्रा को लेकर अपने साथियों के साथ विचार विमर्श कर रहे थे कि रात लगभग 9.30 बजे तेतुलमुड़ी के गंगा महतो, मंगरा महतो, विवेक गोप, मुकेश कुमार, राहुल कुमार सिंह तथा अन्य लाठी डंडे के साथ पहुंचे और पार्षद धर्मेंद्र महतो के साथ धक्का-मुक्की की. इसका विरोध कार्यालय में मौजूद टाटा सिजुआ 12 नंबर निवासी सृष्टिधर महतो तथा भेलाटांड़ निवासी राजू महतो ने किया. दोनों के विरोध करने पर गंगा तथा उनके साथियों ने कार्यालय में ही दोनों को लाठी डंडे से पिटाई कर लहूलुहान कर दिया. इसके बाद सभी लोग कार्यालय से बाहर सड़क पर आ गये और दहशत फैलाने के लिए तीन राउंड फायरिंग की. घटना की सूचना पूरे सिजुआ में जंगल में आग की तरह फैल गयी. पार्षद के समर्थक भी जुट गये. इसके बाद सभी घायलों को लेकर जोगता थाना आये. घटना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गंगा महतो के घर पर छापामारी की, मगर गंगा अपने घर में नहीं मिला.
गंगा व उनके साथी फरार : इस संबंध में पार्षद धर्मेंद्र महतो ने कहा कि वह अपने कार्यालय में बैठा था कि गंगा महतो, विवेक गोप, मंगरा महतो, मुकेश कुमार महतो, राहुल कुमार सिंह तथा अन्य 10-12 लोग हथियारों से लैस होकर कार्यालय पहुंचे मारपीट की. जान मारने की नीयत से हम पर गोली चला दी. लेकिन मैंने जान बचा ली. इस संबध में एएसआई त्रिवेणी दास ने कहा की लिखित शिकायत प्राप्त हुई है. आरोपियों को पकड़ने के लिए छापामारी की गयी, लेकिन नहीं मिले.
दिन में क्या हुआ था
श्रद्धांजलि समारोह के दौरान गंगा महतो दर्जनों समर्थकों के साथ शहीद को माल्यार्पण करने तेतुलमुड़ी पहुंचे थे. इस दौरान उनके समर्थक गंगा महतो जिंदाबाद के नारे लगाने लगे. पार्षद धर्मेंद्र महतो को यह नागवार लगा तो उन्होंने ढुलू महतो जिंदाबाद के नारे लगाने को कहा. इसी बात पर लेकर दोनों पक्षों में कहा-सुनी हो गयी और बात हाथापाई तक पहुंच गयी. उस समय विवाद समाप्त हो गया. लेकिन रात को जो हमला हुआ वह दिन वाली घटना का प्रतिफल माना जा रहा है.