धनबाद: ऊर्जा विभाग के जीएम सुभाष कुमार सिंह ने डीजीएम (वित्त एवं लेखा) सत्यजीत घोष द्वारा बिजलीकर्मी राजीव कुमार चौधरी के साथ धक्का-मुक्की करने के मामले में श्री घोष से स्पष्टीकरण मांगा है. उन्होेंने इसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी भी बनायी है. कमेटी में डीजीएम समीर मुर्मू, कार्यपालक अभियंता वाणिज्य व राजस्व सोमा आइन एवं एडी राजेश पीटर तिर्की को रखा गया है. जीएम ने मामले की जांच कर इसकी रिपोर्ट सौंपने को कहा है.
क्या है मामला : पिछले सप्ताह पांच जुलाई को राजीव चौधरी नामक कर्मचारी ने डीजीएम (वित्त एवं लेखा) सत्यजीत घोष पर अपने कक्ष में बुलाकर धक्का-मुक्की और दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया था. इसके बाद झारखंड राज्य बिजली कामगार यूनियन के बैनर तले सभी कर्मचारी गोलबंद हो गये थे और लाइटिंग स्ट्राइक पर जाने की घोषणा की थी. बाद में महाप्रबंधक के आश्वासन पर सभी कर्मचारी मान गये.
राजस्व बढ़ाने पर दिया जोर : ऊर्जा विभाग के अधीक्षण अभियंता विनय कुमार ने पदाधिकारियों को राजस्व बढ़ाने पर जोर देने का निर्देश दिया. श्री कुमार गुरुवार को कार्मिक नगर स्थित सर्किल कार्यालय में रेवेन्यू की समीक्षा बैठक कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि इस बार राजस्व में कमी नहीं आनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कंपनी के सर्वर में खराबी के कारण सभी उपभोक्ताओं का ऑनलाइन बिल नहीं बन पा रहा है. ऐसे में सभी बड़े उपभोक्ताओं का बिल तुरंत बनाकर उनसे बिल की वसूली करें. इसके बाद घरेलू उपभोक्ताओं को भी बिल मिले यह सुनिश्चित करें.
बैठक में बिलिंग एजेंसी के प्रतिनिधि ने कहा कि बिल तैयार करने में विभाग के लोगों का सहयोग नहीं मिलता है. कहा कि जब कभी भी उपभोक्ता विभागीय पदाधिकारी से शिकायत करने आते हैं तो उसे हमलोगों के पास भेज दिया जाता है. ऐसे में हमलोगों को भी जवाब देते नहीं बनता. सर्वर रांची से संचालित होता है, ऐसे में वे लोग भी घर-घर मीटर रीडिंग के लिए जाते हैं लेकिन काम नहीं हो पाता. बैठक में कार्यपालक अभियंता रवि प्रकाश, गोविंदपुर के इइ उमेश प्रसाद राम, सभी सहायक अभियंता मौजूद थे.