धनबाद: जिला परिषद बोर्ड की बैठक में सोमवार को फिर हंगामा हुआ. सदस्यों ने डीडीसी-सह-जिप सचिव रतन कुमार गुप्ता के खिलाफ नारेबाजी की और उन्हें विकास विरोधी बताते हुए उनके तबादले की मांग की. हंगामा तब शुरू हुआ जब सदस्यों ने जानना चाहा कि 25 मार्च को बोर्ड की बैठक के दौरान सरकारी कामकाज में बाधा उत्पन्न करने वाले तीन कर्मचारियों की बरखास्तगी हो गयी? जब बताया गया कि कुछ नहीं हुआ तो सदस्य उग्र हो गये और खड़े होकर नारे लगाने लगे.
जब डीडीसी ने बताया कि बोर्ड के निर्णय के बाद उन्होंने फाइल में साइन कर दिया है लेकिन अध्यक्ष ने नहीं किया है तब सदस्य थोड़ा शांत हुए. इसके बाद सदस्य 38 करोड़ का हिसाब मानने लगे.
यह रकम 2010-13 के दौरान खर्च की गयी है. डीडीसी ने बताया कि जिला अभियंता बीमार हैं तो वे लोग फिर हंगामा करने लगे. कहने लगे कि एक पदाधिकारी के बीमार रहने पर दूसरे पदाधिकारी को उनके काम की जिम्मेवारी क्यों नहीं दी गयी. यूनियन क्लब के उद्घाटन में डीडीसी के भाग लेने पर भी सदस्यों ने नाराजगी जतायी. कहा कि उसका भाड़ा अब तक क्यों नहीं बढ़ाया गया. बैठक जिला परिषद के सभागार में हुई. अध्यक्षता जिप अध्यक्ष माया देवी ने की. संचालन सचिव रतन कुमार गुप्ता ने किया.
ये थे उपस्थित
उपाध्यक्ष संतोष कुमार महतो, विधायक फूलचंद मंडल, सांसद पीएन सिंह के प्रतिनिधि के रूप में नितिन भट्ट, सांसद संजीव कुमार के प्रतिनिधि विदेश दां, विधायक मन्नान मल्लिक के प्रतिनिधि के रूप में अनंत नाथ सिंह एवं सभी सदस्य.