टाटा मोटर्स ने घटाया वर्क ऑर्डर, कई कंपनियां प्रभावित
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आयडा की कंपनियों में 10 हजार कर्मियों की छंटनी
टाटा मोटर्स ने घटाया वर्क ऑर्डर, कई कंपनियां प्रभावित एक जुलाई से कर्मचारियों को दी गयी छंटनी का नोटिस जमशेदपुर : टाटा मोटर्स द्वारा वर्क ऑर्डर कम कर दिये जाने से आयडा क्षेत्र की 50 फीसदी एंसीलियरी कंपनियों में ताला लटकने की नौबत आ गयी है. इस कारण कई कंपनियों ने एक जुलाई से 50 […]
एक जुलाई से कर्मचारियों को दी गयी छंटनी का नोटिस
जमशेदपुर : टाटा मोटर्स द्वारा वर्क ऑर्डर कम कर दिये जाने से आयडा क्षेत्र की 50 फीसदी एंसीलियरी कंपनियों में ताला लटकने की नौबत आ गयी है. इस कारण कई कंपनियों ने एक जुलाई से 50 फीसदी तक (लगभग 10 हजार) कामगारों की छंटनी कर दी है और जरूरत के मुताबिक तीन माह बाद बुलाने संबंधी आदेश जारी किया है. इससे कर्मचारियों के समक्ष गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है.
क्यों घटाया वर्क ऑर्डर : सुप्रीम कोर्ट ने अप्रैल माह से बीएस-4 गाड़ियों के उत्पादन को ही मान्यता दी है. ऐसे में टाटा मोटर्स के साथ-साथ आयडा क्षेत्र की कंपनियां बीएस-4 के लिए तैयार नहीं थी.
इस कारण ऐसी कंपनियों के पास वर्क ऑर्डर कम आ रहे हैं. टाटा मोटर्स में अप्रैल से उत्पादन घटा है. चूंकि बीएस-4 के अनुरूप एंसीलियरी कंपनियां उत्पादों की सप्लाइ नहीं कर पा रही हैं. इसलिए बाहर से सामान मंगाया जा रहा है. दूसरी ओर, बरसात की वजह से गाड़ियों की कम बिक्री होती है, इस कारण अगस्त- सितंबर तक गाड़ियों का ऑर्डर कम मिलता है.
कंपनी मालिकों के समक्ष भी वित्तीय संकट : कई कंपनियों ने बैंक से लोन लिये हैं. वर्क ऑर्डर नहीं मिलने से कंपनियों के समक्ष लोन की किस्त अदा करने की समस्या उत्पन्न हो गयी है.
मझोले उद्योगों पर सीधा असर : आयडा क्षेत्र में मंझोले उद्योगों (एसएमइ सेक्टर) की संख्या 75 है, जो किसी न किसी रूप में टाटा मोटर्स से जुड़े हुए हैं. इसके अलावा छोटे उद्योगों (एमएसएमइ सेक्टर) की संख्या 830 के करीब है. आयडा क्षेत्र की 70 फीसदी कंपनियां टाटा मोटर्स या टाटा कमिंस या अन्य ऑटोमोबाइल सेक्टर से जुड़ी हुई हैं या एंसीलियरी है. ऐसे में इन कंपनियों के समक्ष कई तरह का संकट उत्पन्न हो गया है.
अपग्रेड करना होगा
बीएस फोर की गाड़ियों के मुताबिक कंपनियों को अपग्रेड करना होगा. स्थिति ठीक होने में अभी समय लग सकता है.
एसके बेहरा, एमडी, आरएसबी ग्रुप
40 फीसदी तक गिरावट
बीएस 4 के आने के बाद कारोबार में 40 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गयी है. निश्चित तौर पर नयी तकनीक से कंपनियों को अपग्रेड होना पड़ेगा.
रमेश अग्रवाल, क्योसेरा ग्रुप
वर्क ऑर्डर नहीं मिलेगा तो रोजगार घटेंगे ही
बीएस 4 के आने के बाद वर्क ऑर्डर घटा है. कंपनियों में ताले नहीं लटके हैं, लेकिन रोजगार जरूर कम हुए हैं. कंपनियों पर बैंकों के कर्ज का भी दबाव है.
रुपेश कतरियार, अध्यक्ष, औद्योगिक संस्था सिया.
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