उन्होंने कहा कि राज्यस्तर पर डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए 817 डॉक्टरों के बहाली के लिए अधियाचना जेपीएससी को भेजी गयी है. वहां से स्वीकृति मिलते ही नियुक्ति की दिशा में प्रक्रिया आरंभ की जायेगी. आने वाले श्रावणी मेला में बेहतर व्यवस्था हो सके, इसके लिए मेला से पहले दवाई, डॉक्टर इत्यादि की क्या व्यवस्था करनी है, इसकी सूची तैयार कर मांगी गयी है.
इसके तहत झारखंड सरकार ने 74 अस्पतालों में इलाज कराने की मान्यता दे रखी है. मरीजों को असाध्य रोग के इलाज की त्वरित स्वीकृति देने को कहा गया है. अगर मरीज गंभीर हो तो एक दिन में पैसा उसे रिलीज किया जाये. इसमें किसी तरह की देर बरदाश्त नहीं की जायेगी. अस्पतालाें में पानी की कमी नहीं हो, इसके लिए जिलाधिकारी से मिलकर निदान करायी जाये. देवघर में सिटी अस्पताल संचालन संबंधी सवाल के जवाब में कहा कि उस पर भी प्रमंडलीय बैठक में चर्चा की जायेगी. बैठक में निदेशक प्रमुख डॉ प्रवीण चंद्रा सहित सिविल सर्जन डॉ एससी झा, डीएलओ डॉ एसके सिन्हा, डीआरसीएचओ डॉ सुधीर प्रसाद व अन्य मौजूद थे.