देवघर: नगर थानांतर्गत बैजनाथपुर स्थित मां तारा धर्मकांटा के समीप सुनील कुमार के गैरेज में सोमवार की दोपहर अचानक भीषण आग लग गयी. मौजूद लोगों ने पहले आसपास के लोगों के सहयोग से आग पर काबू पाने का प्रयास किया. तब तक गैरेज में रखे पुराने टायरों की तरफ आग की लपटें काफी फैल गयी […]
देवघर: नगर थानांतर्गत बैजनाथपुर स्थित मां तारा धर्मकांटा के समीप सुनील कुमार के गैरेज में सोमवार की दोपहर अचानक भीषण आग लग गयी. मौजूद लोगों ने पहले आसपास के लोगों के सहयोग से आग पर काबू पाने का प्रयास किया. तब तक गैरेज में रखे पुराने टायरों की तरफ आग की लपटें काफी फैल गयी और स्थिति बेकाबू हो गयी. इसके बाद अग्निशमन विभाग को सूचित किया गया.
घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार अग्निशमन विभाग को सूचना दिये जाने के करीब 45 मिनट बाद दमकल के साथ कर्मी पहुंचे, तब तक आग भयावह रुप ले चुका था. घटना में उक्त गैरेज में रखा करीब 100 से अधिक पुराना टायर सहित उक्त स्थल पर खड़ी एक नयी स्कॉर्पियो समेत ट्रक, मैजिक, दो ऑटो व एक बाइक भी जल गयी. घटनास्थल के पीछे रिफ्यूजी कॉलोनी में मीना कुमारी के सिलाई सेंटर में ग्राहकों का कपड़ा समेत अन्य सामान जल गया. घटना से पड़ोस के एक बिल्डिंग में भी दरार पड़ गयी.
बड़ी मशक्कत से अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने आग पर काबू पाया. एक-एक कर तीन दमकल घटनास्थल पहुंचे. पानी से स्थिति पर काबू पाने में कठिनाई होने पर फॉग मारना पड़ा. इसके बाद ही आग पर नियंत्रण पाया जा सका. आग को बुझाने में कुल आठ दमकल पानी लगा. अगर समय रहते आग पर काबू नहीं पाया गया होता तो आसपास के अन्य घरों व प्रतिष्ठानों के भी जलने का खतरा था. मामले की सूचना पाकर नगर थाना गश्ती दल सहित पीसीआर वैन भी घटनास्थल पर पहुंची थी. घटना को देखने के लिए वहां आम लोगों की काफी भीड़ लग गयी थी, इससे देवघर-दुमका मुख्य मार्ग पर जाम लग गया. यह देख पुलिस-प्रशासन को बैजनाथपुर चौक के समीप से रुट को डायवर्ट करना पड़ गया.
यह भी कहा जा रहा था कि जिस वक्त गैरेज में आग लगी थी, उस वक्त सभी भोजन के लिये चले गये थे. ऐसे में वहां कैसे आग लगी, यह कोई नहीं बता पा रहा था. घटना की जानकारी पाकर बहुत लोग घटनास्थल गये, किंतु अधिकांश अपनी मोबाइल पर घटना की फोटो व वीडियो बनाने में ही जुटे रहे. घटना में 30 लाख रुपये से अधिक की क्षति का अनुमान लगाया जा रहा है. हालांकि समाचार लिखे जाने तक अग्निशमन विभाग द्वारा क्षति का आकलन नहीं किया जा सका है. प्रभारी अग्निशमन पदाधिकारी भगवान ओझा से पूछे जाने पर बताया कि उक्त गैरेज में आग से निबटने की कोई व्यवस्था नहीं थी. सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर विभाग जांच-पड़ताल में जुटी है. जांच-पड़ताल के बाद ही क्षति का आकलन पूरा हो सकेगा.