मधुपुर: श्यामा प्रसाद मुखर्जी उवि में प्लस टू पढ़ाई के लिए 12 वर्ष पूर्व ही भवन बन कर तैयार हो गया है. भवन बनने के इतने वर्ष बाद भी विद्यालय में प्लस टू की पढाई प्रारंभ नहीं हो पायी है. पढ़ाई प्रारंभ होने के इंतजार में भवन एक दशक से अधिक समय से बाट जोह रहा है. इसके बाद बने कई उच्च विद्यालयों को प्लस टू का दर्जा मिल चुका है. लेकिन अब तक श्यामा प्रसाद मुखर्जी उच्च विद्यालय को प्लस टू का दर्जा नहीं मिला है. प्लस टू भवन अब में सिर्फ परीक्षा केंद्र या फिर अन्य कई कार्यों के लिए लाया जाता है.
जिस कारण महाविद्यालय में छात्र प्लस टू की पढाई करने को विवश है. कई छात्र प्लस टू की पढ़ाई के लिए अन्यत्र नामांकन कराते हैं. विद्यालय में प्लस टू की पढाई प्रारंभ हो जाने से स्थानीय छात्रों को प्लस टू की पढ़ाई के लिए इधर उधर नहीं जाना पड़ता.
विभागीय उदासीनता के कारण प्लस टू की पढाई का लाभ छात्रों को नहीं मिल पा रहा है. 2002 में ही तत्कालीन मंत्री हाजी हुसैन अंसारी ने किया था. लेकिन आजतक प्लस टू की पढ़ाई शुरू कराने के प्रति किसी ने ध्यान नहीं दिया. छात्रोें को प्लस टू की शिक्षा के लिए मधुपुर कॉलेज व देवघर जाना पडता है. मधुपुर कॉलेज में सीमित सीट रहने के कारण सैकडों छात्र नामांकन से वंचित रह जाते हैं.