साहिबगंज: राजमहल लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं की उम्मीदों से काफी कम विकास हुआ है. आगामी लोक सभा चुनाव मे इस बार राजमहल लोकसभा क्षेत्र के लोग सड़क, बिजली, पानी, व खासकर साहिबगंज लोको शेड, निर्माण साहिबगंज मनिहारी के बीच गंगा पुल व खासमहल की समाप्ति को लेकर चुनाव के बीच नेतागण जायेंगे. आम जनता के अनुसार इस बार सभी लोग वैसे प्रतिनिधि को जितायेंगे, जो भ्रष्टाचार मुक्त एवं जिले के विकास के लिए तत्पर रहेंगे. पिछले चुनाव मे खासमहल की समाप्ति, उधवा में मीनी एनटीपीसी व पाकुड़ जिले मे उद्योग लगाने तथा रेलवे के चहूंमुखी विकास को लेकर चुनाव लड़े थे.
पांच साल हो गये जिले में सड़क, बिजली, पानी की समस्या जस की तस है. स्वास्थ्य, शिक्षा की स्थिति भी पूरी तरह ठीक नहीं है. आदिवासी गैर आदिवासी, अल्पसंख्यक लोगों का यह क्षेत्र रहा है. यहां पर विकास के लिए इस बार जो भी दल के नेता चुनाव में उतरेंगे. उन्हें काफी मशक्कत करनी होगी. संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत छह विधानसभा के प्रखंड व नगर परिषद क्षेत्र में आधारभूत संरचना भी मुहैया नहीं हुआ.
सािहबगंज शहर में जाम की समस्या बरकरार है.बेरोजगारों के लिए उद्योग-धंधे की कमी है. आज प्रतिमाह सैकड़ों लोग नौकरी के लिए दूसरे राज्यों में पलायन करते हैं. रेलवे लाइन से जुड़ा होने के बावजूद यहां का विकास ठप है. पहले यहां लोको शेड हुआ करता था, जो अब बंद पड़ा है. यहां के आसपास के मुहल्लों व गांव को पेयजल आपूर्ति से शत-प्रतिशत नहीं जोड़ा जा सका. गंगा नदी पर पुल बहुप्रतिक्षित है. यहां मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेज नहीं होने से यहां के छात्र भी उच्चस्तरीय पढ़ाई के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं.