लेकिन संशोधन विधेयक पारित होने के बाद अब संताल परगना के आदिवासी व मूलवासी अपनी जमीन पर किसी भी तरह का कार्य कर सकते हैं. कहा कि संशोधन विधेयक जनहित के लिए उचित है.
संघ ने मुख्यमंत्री, राजस्व, कल्याण, श्रम, कृषि समेत विधान सभा अध्यक्ष को बधाई दिया है. बधाई देने वालो में अरूण राय, सरवेन सोरेन, देवीलाल सोरेन, मकसुद खान, नेमुल हक, जलील हैदर, दशरथ पंजियारा, कंगलु मुर्मू आदि प्रधान शामिल है.