देवघर: देवघर, यूएफबीयू के तत्वावधान में देश भर के सभी सरकारी बैंक कर्मी अपने दो सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार को भी हड़ताल पर डटे रहे. इस क्रम में सभी बैंककर्मी 10 वां वेतन समझौता शीघ्र लागू करने व बैंकिंग सुधार अधिनियम पर रोक लगाने की मांग कर रहे थे.
दो दिवसीय हड़ताल को सफल बनाने के लिए एसबीआइ कर्मी सोमवार को साधना भवन के समक्ष, इलाहाबाद बैंक कर्मी जोनल ऑफिस के सामने व बैंक ऑफ इंडिया के कर्मी अपनी शाखा के सामने व दूसरे अन्य सरकारी बैंकों के कर्मी शाखा के समक्ष जुट कर सरकार की आर्थिक नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की. इस कारण शनिवार के बाद से लगातार तीसरे दिन बैंक की शाखाएं बंद रही. बैंक शाखाओं में ताला लटके रहने से आम लोग बैंक ड्राफ्ट, कैश ट्रांसफर व आरटीजीएस के माध्यम से कैश ट्रांसफर करने से वंचित रहे. दो दिनी बंदी से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित रहा. खासकर व्यवसायी वर्ग को कई तरह के परेशानियों का सामना करना पड़ा.
एटीएम से नहीं निकले पैसे, पेट्रोल की हो सकती है क्राइसिस
दो दिन के बंदी के बाद पैसे नहीं डाले जाने से शहर के कई एटीएम काउंटरों से पैसों की निकासी नहीं हो सकी. वहीं पंप मालिकों द्वारा आरटीजीएस का लाभ न मिलने से पेट्रोल व डीजल के लिए डंप यार्ड में राशि नहीं भेजी जा सकी. इस वजह से अगले दिन से पेट्रोलियम पदार्थ की क्राइसिस की संभावना बन गयी है. पिछले तीन दिनों से बैंकों के बंद होने व चेस्ट में राशि जमा न होने से कई सरकारी विभागों जैसे- परिवहन विभाग, बिजली विभाग, एलआइसी सहित शहर के प्रतिष्ठानों के यहां मोटी रकम जमा हो गयी थी. इस बात से शाखा प्रमुख चिंतित रहे.
वित्तमंत्री से मांगा जवाब : एसबीआइ कर्मियों ने वित्त मंत्री के नाम पत्र जारी कर जवाब मांगा है. बैंककर्मियों ने कहा बैंक भारत सरकार का अकेला उपक्रम है. जो बिना अनुदान के लोक सेवा के साथ सरकार को लाभांश देती है. यह लगभग 7000 करोड़ रुपये है. इस लाभांश के बाद भी सभी सरकारी बैंकों ने 50,000 करोड़ रूपये लाभ कमाये. गत वर्ष सरकार ने बड़े पूंजीपतियों का जहां ऋण माफ किया. वहीं बैंकों में नियुक्ति नहीं की. केंद्र कर्मियों के मुकाबले बैंक कर्मियों का वेतन लगभग आधा है. बैंक कर्मियों के वेतन पुनरीक्षण 2012 से लंबित है. इस कारण बैंक कर्मी हड़ताल पर जाने को बाध्य हुए .
संयोजक ने दी बैंककर्मियों को बधाई : झारखंड राज्य बैंक कर्मचारी संघ के महासचिव सह जिला संयोजक जीके जमुआर ने यूएफबीयू के आह्वान पर बुलाये गये दो दिवसीय हड़ताल को पूरी तरह से सफल बताया. इसके लिए सभी बैंक कर्मियों को धन्यवाद दिया है. बैंक कर्मियों को आगे लंबी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है. जिले में हड़ताल को सफल बनाने में अजय शंकर पांडेय, रतन कुमार सिंह, मनोज कुमार, सर्वेश कुमार, ब्रजेश कुमार, कुबेर सिंह, सुरेंद्र कुमार, अजय कुमार, उपेंद्र के अलावा विजेंद्र कुमार सहित दर्जनों साथियों का अहम योगदान रहा.